Patna Gandhi Maidan History: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA ने शानदार जीत हासिल की है. इसी के साथ अब नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार 20 नवंबर को शपथ ग्रहण करने वाली है. ये शपथ ग्रहण समारोह पटना के गांधी के मैदान में होगा. इस बार नीतीश कुमार 10वीं बार शपथ लेने वाले हैं. इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अमित शाह भी मौजूद रहेंगे. बता दें कि इसके पहले भी नीतीश कुमार इस मैदान में शपथ ग्रहण कर चुके हैं. साथ ही इस गांधी मैदान का इतिहास भी काफी दिलचस्प रहा है. यहां पर महात्मा गांधी और जिन्ना की रैलियां भी हो चुकी हैं.
20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह
बिहार में नई सरकार का गठित होने जा रही है. शपथ ग्रहण के लिए 20 नवंबर की तारीख सामने आई है. इसी दिन पटना के गांधी मैदान में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. इस दौरान पीएम मोदी और अमित शाह समेत भाजपा के कई बड़े नेता शामिल होंगे. नीतीश कुमार पहले भी यहां से शपथ ले चुके हैं.
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पहले गांधी मैदान था बांकीपुर मैदान
साल 1948 से पहले तक इस मैदान को बांकीपुर मैदान या पटना लॉन के नाम से जाना जाता था. ब्रिटिश हुकूमत में यहां पर पोलो खेला जाता था. इसका नाम बदलने का प्रस्ताव मुजफ्फरपुर जिले के एक टीचर ने दिया था. उन्होंने ही इसका नाम गांधी मैदान रखने की बात कही थी. वहीं, साल 2013 में नीतीश कुमार ने महात्मा गांधी की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित कराई थी.
जिन्ना और महात्मा गांधी से जुड़ा है इतिहास
इसी मैदान से महात्मा गांधी ने चंपारण सत्याग्रह की शुरुआत की थी. यहीं से उन्होंने अवाम को संबोधित किया था. इसके अलावा, इस मैदान से मोहम्मद अली जिन्ना का भी नाम जुड़ा है. उन्होंने 1938 में कांग्रेस के खिलाफ यहीं से स्पीच दी थी. इसके अलावा, नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 1939 में पार्टी फॉरवर्ड ब्लॉक की रैली भी की थी.
इतना ही नहीं, स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति से भी गांधी मैदान का इतिहास जुड़ा है. राजेंद्र प्रसाद के अलावा, जेबी कृपलानी, राम मनोहर लोहिया, अटल बिहार वाजपेयी और जवाहरलाल नेहरू समेत कई नेताओं ने इस मैदान से जनता को संबोधित किया है.
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