Motihari Hooch Tragedy: मोतिहारी जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। मोतिहारी एसपी कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई है कि पुलिस की ओर से अवैध शराब के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, 14 अप्रैल (शुक्रवार) को सूचना मिली थी कि मोतिहारी जिला के हरसिद्धि, सुगौली, पहाड़पुर, तुरकौलिया एवं रघुनाथपुर थाना क्षेत्रों में कुछ व्यक्तियों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत की सूचना मिली थी।
स्थानीय लोगों ने बताया था कि सभी मौतों का कारण जहरीली शराब का सेवन है। पुलिस ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से शिकायत वाले थाना क्षेत्रों में डोर-टू-डोर सर्वे और माइकिंग कराया गया है।
29 लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज जारी
पुलिस की ओर से बताया गया कि जिले के अलग-अलग अस्पतालों में कुल 29 लोगों का इलाज जारी है। पुलिस और प्रशासन की टीम ने अस्पताल में इलाजरत लोगों से मुलाकात कर स्थिति का जायजा लिया है। पुलिस ने बताया कि अबतक कुल 22 व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है, जिसमें 06 व्यक्तियों का पोस्टमार्टम कराया गया है, जबकि अन्य प्रक्रियाधीन है।
पुलिस के मुताबिक, 15 व्यक्ति सदर अस्पताल मोतिहारी में इलाजरत हैं, जिनकी स्थिति सामान्य है तथा 14 व्यक्ति प्राईवेट अस्पताल में इलाजरत हैं, जिनमें से 04 व्यक्तियों की स्थिति गंभीर है। पुलिस ने बताया कि एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा की ओर से अवैध शराब एवं इस कारोबार में संलिप्त अपराधकर्मियों की गिरफ्तार के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।
छापेमारी में पिछले 36 घंटे में मोतिहारी पुलिस ने कुल 76 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें में से उक्त थाना क्षेत्र के प्रभावित क्षेत्रों में 25 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कुल 736.5 लीटर शराब एवं 66 लीटर स्प्रीट बरामद करते हुए 6110 लीटर अर्धनिर्मित शराब को नष्ट किया गया है।
मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता के लिए ये शर्त!
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक दुखद घटना है। हम मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये प्रदान करेंगे, लेकिन उन्हें लिखित में देना होगा कि वे राज्य में शराबबंदी के पक्ष में हैं और वे शराब पीने के खिलाफ हैं।
2016 के बाद जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिजन अगर सरकार को अर्जी देते हैं तो हम उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से 4 लाख रुपये मुआवजा देंगे।