Massive Explosion Illegal Firecracker, गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में पटाखा की अवैध फैक्ट्री में जोरदार धमका हुआ। इस ब्लास्ट के दौरान फैक्ट्री में काम कर रहे तीन किशोर बुरी तरह से झुलस गए है। ये घटना फुलवरिया थाने के सहायक श्रीपुर ओपी स्थित श्रीपुर रकबा खाप की है। हादसे में घायल लोगों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है। जहां डॉकटरों ने बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में रेफर कर दिया। हादसा इतना दर्दनाक था कि पूरा गांव दहल उठा था।
मौके पर पहुंची पुलिस
वहीं, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी पटाखा कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया है। हादसे के बाद एसपी स्वर्ण प्रभात ने जांच के निर्देश दिए हैं। इधर, हादसा होने के बाद गांव में काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा। घायलों की पहचान श्रीपुर रकबा खाप गांव के निवासी मंगरू सहनी के पुत्र पवन कुमार, हृदया सहनी के पुत्र नीतीश कुमार तथा सिकंदर सहनी के पुत्र पीयूष कुमार के रूप में किया गया है।
घायलों को किया गया गोरखपुर रेफर
तीनों किशोर की हालत गंभीर बतायी जा रही है। बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया है। पुलिस की ओर से जारी किये गये प्रेस रिलीज में गिरफ्तार पटााखा कारोबारी का नाम मूंगफली मियां उर्फ मोहद्दीनपुर मियां बताया गया है, जो उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिला के तरेया सुजान थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव का निवासी है। पुलिस पटाखा कारोबारी से पूछताछ कर रही है।
बच्चों से पटाखा बनवा रहा था यूपी का कारोबारी
रकबा गांव में पिछले एक साल से अवैध रूप से पटाखा बनाने का काम चल रहा था। यूपी के रहनेवाले पटाखा कारोबारी मूंगफली मियां उर्फ मोहद्दीनपुर मियां द्वारा आसपास के छोटे-छोटे बच्चों से पटाखा बनाने का काम लिया जा रहा था। शुक्रवार को भी वहीं हो रहा था, बारूद से पटााखा बनाने का काम चल रहा था, तभी अचानक से ब्लास्ट हो गया और तीन किशोर झुलस गए, हादसे के बाद आसपास के लोगों ने आक्रोश जताया और पुलिस के प्रति नाराजगी जाहिर की।
ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस नहीं की कार्रवाई
पटाखा ब्लास्ट होने के बाद ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस को कई बार अवैध पटाखा फैक्ट्री चलने की सूचना दी गयी थी, लेकिन श्रीपुर ओपी पलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। यहां तक की दीपावली से पहले पुलिस अधीक्षक के कार्यालय से भी पटाखा के अवैध फैक्ट्रियों की जांच करने और सील करने का निर्देश जारी किया गया था, लेकिन पुलिस थाने के पास चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।