Chirag Paswan LJPR 29 seats anyalsis: विधानसभा चुनाव में अब तक के रुझानों में चिराग पासवान की पार्टी LJP (R) जबरदस्त प्रदर्शन दिखा रही है. एनडीए से 29 सीटें लेकर मैदान में उतरी चिराग पासवान की पार्टी 22 सीटों पर आगे है. चिराग की पार्टी की जीत इसलिए भी खास है, क्योंकि एनडीए ने इस बार चिराग पासवान को जो 29 सीटें दी थीं, उनमें 26 सीटें ऐसी थीं, जिसमें भाजपा और जदयू को 2020 के चुनाव में हार मिली थी. चिराग पासवान एक बार फिर लोकसभा चुनाव जैसा परिणाम दोहराने में कामयाब हो जाएंगे. लोकसभा में सभी पांचों सीटों को जीतकर चिराग पासवान ने अपनी अहमियत जता दी थी, अब विधानसभा चुनाव में भी चिराग की पार्टी ने फिर से खुद को मोदी का हनुमान साबित कर दिया.
किन सीटों पर आगे है चिराग पासवान की पार्टी
चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास सुगौली, गोविंदगंज, बेलसंड, बहादुरगंज, कसबा, बलरामपुर, सिमरी बख्तियारपुर, बोचहां, दरौली, महुआ, परबत्ता, नाथनगर, ब्रह्मपुर, फतुहा, डेहरी, ओबरा, शेरघाटी, बोधगया, रजौली और गोबिंदपुर सीटों पर आगे चल रही है.
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चिराग ने 35 सीटें मांगी थी, 29 मिलीं
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन के आखिरी दिनों तक चिराग पासवान 35 सीटों पर अड़े थे, अधिकांश सीटें वो थीं, जिनमें लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन एनडीए उन्हें 20-22 सीटें ही दे रही थीं, इसलिए आखिरी तक चिराग को मनाने की कोशिशें जारी रहीं. पिछले चुनावों में भी आखिरी वक्त पर चिराग एनडीए से अलग हो गए थे, इस बार चिराग को मनाने खुद भाजपा के चुनाव प्रभारी उनके घर पहुंचे. आखिरकार चिराग 29 सीटें लेकर माने, लेकिन भाजपा और जदयू ने अपनी 26 हारी हुई सीटें चिराग को थमा दीं. उनमें सिर्फ दो सीट,सुगौली और नाथनगर ही लगभग एक हजार के कम अंतर से हारे थे, शेष सभी 24 सीट NDA बड़े अंतर से हारा था अब सामने आ रहे नतीजों में उन सीटों में से 22 सीटों पर चिराग की पार्टी आगे है. इस जबरदस्त प्रदर्शन के साथ चिराग एक बार फिर मोदी के हनुमान बनकर उभरे हैं.
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2020 के विधानसभा चुनाव के आंकड़ों को पहले देखें
बिहार में 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान की पार्टी लोजपा ने एनडीए से अलग होकर 136 सीटों पर चुनाव लड़ा था. अधिकतर उम्मीदवार जेडीयू प्रत्याशियों के खिलाफ उतारे थे. इससे एनडीए का वोट बैंक बंटा और जेडीयू ने 27 सीटें गंवाईं और नीतीश की पार्टी की सीटें 71 से घटकर 43 हो गई थीं. चिराग की पार्टी को केवल एक सीट मटिहानी विधानसभा क्षेत्र पर जीत हासिल हुई थी. लोजपा ने तब जनता दल (यूनाइटेड) (जेडी(यू)) के साथ सीट बंटवारे पर मतभेद के कारण बिहार में एनडीए छोड़ने का फैसला किया था.