पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने रविवार को रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान की निंदा की और उन्हें तत्काल हटाने की मांग की। चंद्रशेखर ने बुधवार को यह दावा कर विवाद खड़ा कर दिया कि रामायण पर आधारित महाकाव्य हिंदू धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस "समाज में नफरत फैलाता है"।
पासवान ने राज्य के शिक्षा मंत्री के बयान की निंदा करते हुए कहा, "गठबंधन सरकार के भीतर मतभेद हैं। रामचरितमानस हो या कोई भी 'धर्म-ग्रंथ' (धार्मिक ग्रंथ), इस पर बहस की कोई गुंजाइश नहीं है। यह करोड़ों लोगों की धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा है।"
आगे मीडिया को दिए बयान में राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल (यूनाइटेड) की गठबंधन सरकार पर तंज कसते हुए पासवान ने कहा कि ये लोग अपनी नीयत और नीतियों के बारे में स्पष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, "गठबंधन के भीतर टकराव हैं। वे जो कहते हैं और जो करते हैं, उसमें बहुत अंतर है। अगर मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह अपने मंत्री के बयान से असहमत हैं, तो क्या उनके पास उन्हें हटाने की शक्ति नहीं है।" ? वह जांच क्यों नहीं कर रहे हैं?"