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नीतीश कुमार के साथ गजब ‘खेला’; बिहार CM को दही-चूरा खिलाने के लिए बुलाकर चिराग पासवान ‘गायब’

Nitish Kumar Chirag Paswan: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मकर संक्रांति पर दही-चूरा खाने के लिए बुलाकर चिराग पासवान अपने ऑफिस से गायब हो गए। कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया, लेकिन वे राम विलास पासवान को श्रद्धांजलि देकर वापस चले गए।

Chirag Paswan, Nitish Kumar
Chirag Paswan Nitish Kumar Dahi Chura Party: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आज गजब का खेल हो गया। उन्हें लोक जनशक्ति पार्टी राम विलास पासवान के कार्यालय में मकर संक्रांति के भोज में हिस्सा लेने के लिए बुलाया गया था, लेकिन जब वे आए तो केंद्रीय मंत्री और सांसद चिराग पासवान खुद ऑफिस में मौजूद नहीं थे। पार्टी के नेताओं ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राम विलास पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। करीब 5 मिनट तक चिराग पासवान का इंतजार किया और दही चूरा खाए बिना लोजपा कार्यालय से चले गए। चिराग पासवान ने खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मकर संक्रांति के भोज का निमंत्रण दिया था, लेकिन वो उन्हें बुलाकर खुद गायब हो गए। कार्यालय में सिर्फ चिराग पासवान के सहयोगी राजू तिवारी ही मौजूद थे। यह भी पढ़ें:प्रवेश वर्मा की मुसीबतें बढ़ीं! दिल्ली BJP उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव आयोग के कार्रवाई के आदेश

वक्त से पहले पहुंचे थे बिहार के मुख्यमंत्री

सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आई है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 12 बजे तक आने की सूचना चिराग पासवान की लोजपा के कार्यकर्ताओं को मिली थी। इसलिए उनके स्वागत की तैयारी चल रही थी। चिराग पासवान भी इसलिए दफ्तर नहीं आए थे, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समय से पहले पहुंच गए थे। उनके आने की सूचना चिराग पासवान को दी गई थी, लेकिन उनके पहुंचने से पहले नीतीश कुमार वापस चले गए। इसलिए दोनों की मुलाकात नहीं हो पाई। नीतीश कुमार राम विलास पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित करके ही वापस गए थे और फिर कभी चिराग से मिलने की बात भी उन्होंने कही। चिराग पासवान ने NDA के सभी सहयोगी दलों भाजपा, जदयू, HUM-RLM नेताओं को भी भोज में आमंत्रित किया था। आज मकर संक्रांति के अवसर पर लोजपा ही नहीं प्रदेश के कई सियासी दिग्गजों के यहां दही-चूरा भोज का आयोजन किया गया है। इसी साल बिहार विधानसभा चुनाव भी होने हैं तो ऐसे में यह दही-चूरा भोज सियासी दलों और दिग्गजों के लिए एक दूसरे से मिलने, साथ बैठकर सियासी समीकरणों पर बातचीत करने का अच्छा मौका है। यह भी पढ़ें:‘जम्मू कश्मीर में आपकी मौजूदगी, दुश्मनों को करारा जवाब’; CM उमर अब्दुल्ला ने जताया PM मोदी का आभार


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