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‘SIR का विरोध करने वाले घुसपैठियों और आतंकियों के समर्थक…’, बीजेपी का विपक्ष पर बड़ा हमला

Bihar voter list verification protest: एसआईआर को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। आज विपक्ष ने पटना में चक्का जाम किया। इधर बीजेपी ने भी विपक्ष के विरोध को लेकर सवाल खड़े किए हैं। डिप्टी विजय सिन्हा ने कहा कि एसआईआर का विरोध करने वाले लोग घुसपैठियों और आतंकियों के समर्थक हैं। पटना से अमिताभ ओझा की रिपोर्ट...

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Pic Credit-Social Media X)
BJP attacks opposition Bihar: बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन को लेकर आज विपक्ष ने राजधानी पटना में चक्का जाम किया था। इस दौरान विपक्षी एकता भी देखने को मिली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, सीपीआई माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, सीपीआई के डी राजा और मुकेश सहनी मौजूद रहे। अब इस मामले पर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। उधर बीजेपी ने भी इस विरोध प्रदर्शन को लेकर तीखा हमला किया है। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि ये लोग न केवल घुसपैठियों और आतंकवादियों के समर्थक हैं, बल्कि चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था को भी बदनाम करने में जुटे हैं। न्यूज़ 24 से बात करते हुए उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा की उनके अनुसार, वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण पर सवाल उठाना इसी साजिश का हिस्सा है, ताकि चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर शक पैदा किया जा सके।

संविधान की कॉपी लेकर नौटंकी करते हैं

विजय सिन्हा के बयान में यह स्पष्ट रूप से दिखाई देता है कि बीजेपी 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले आक्रामक मुद्रा में है। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को “सबसे बड़ा संविधान विरोधी” करार देते हुए कहा कि वे “बाबा साहेब का अपमान करते हैं, लेकिन हाथ में संविधान की कॉपी लेकर नौटंकी करते हैं।” इतना ही नहीं, उन्होंने आपातकाल की याद दिलाते हुए कांग्रेस पर संविधान की हत्या का भी आरोप मढ़ा। ये भी पढ़ेंः पप्पू यादव-कन्हैया कुमार को सुरक्षाकर्मियों ने ओपन गाड़ी में चढ़ने से रोका, सामने आया वीडियो

राजनीतिक नफरत या रणनीति?

डिप्टी सीएम का यह बयान महज एक राजनीतिक आरोप भर नहीं है, बल्कि आने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति का हिस्सा भी है। 2010 के विधानसभा चुनाव की याद दिलाकर वे यह संकेत दे रहे हैं कि जनता एक बार फिर महागठबंधन को नकार देगी, जैसा उस समय हुआ था। महागठबंधन के कई नेता यह दावा कर रहे हैं कि वोटर लिस्ट में गड़बड़ियां की जा रही हैं, जिससे खास वर्ग या समुदाय को वंचित किया जा सके। इसी संदर्भ में वे चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन विजय सिन्हा इसे राष्ट्रविरोधी और लोकतंत्र विरोधी करार दे रहे हैं। ये भी पढ़ेंः Bharat Band: कर्जमाफी… लेबर कोड, 25 करोड़ कर्मचारियों का ‘भारत बंद’, सरकार के सामने रखीं ये 10 मांग


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