Bihar Academic Calendar Controversy: बिहार में शिक्षा विभाग का गजब कारनामा सामने आया है। शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए एकेडमिक कैलेंडर में रक्षाबंधन, जन्माष्टमी और मकर सक्रांति की छुट्टियों खत्म कर दी है। इसको लेकर अब विपक्ष ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। इतना ही नहीं सरकार ने ईद-बकरीद पर छुट्टियां बढ़ा दी है।
बिहार शिक्षा विभाग के सबसे काबिल और तेजतर्रार अफसर के के पाठक को तो आप जानते ही होंगे। जो अक्सर विद्यालयों में निरीक्षण करते नजर आते हैं। लेकिन कल उन्होंने बिहार सरकार का एकेडमिक कैलेंडर 2024 जारी किया। जिसमें हिंदू पर्व रक्षाबंधन, जन्माष्टमी और मकर सक्रांति की छुट्टियों में कटौती की गई है। इतना ही सरकार ने ईद, बकरीद और मोहर्रम को लेकर छुट्टियां बढ़ा दी है। सरकार ने तो महात्मा गांधी को भी भुला दिया। गांधी जयंती के अवकाश को भी सरकार ने अब खत्म कर दिया हैं।
गांधीजी को भी नहीं बख्शा
शिक्षा विभाग के कैलेंडर के अनुसार दिवाली में एक दिन और छठ पूजा में तीन दिनों का अवकाश रहेगा। वहीं दुर्गा पूजा में भी अब 6 दिन की जगह 3 दिन का ही अवकाश होगा। वहीं रामनवमी-रक्षाबंधन पर छुट्टियां रद्द कर दी गई है। जबकि ईद-बकरीद पर छुट्टियां 2 दिन से बढ़ाकर 3 दिन कर दिया है। वहीं गर्मी की छुट्टियां 20 से बढ़ाकर 30 दिनों की कर दी गई है।
वहीं नीतीश सरकार के इस फैसले के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश सरकार बिहार को इस्लामिक स्टेट घोषित कर दे। मोदी ने कहा कि हिंदुओं को जातियों में बांटकर और अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण कर वोट पाने की जुगत में नीतीश कुमार जुटे हैं।
गिरिराज बोले- मोहम्मद नीतीश, मोहम्मद लालू
वहीं भाजपा के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि जिस तरह से काम हो रहा है और जिस तरह इन लोगों ने हिंदू त्यौहारों पर बच्चों की छुट्टियां कम की है। उससे ऐसा लग रहा है कि भविष्य में उन्हें मोहम्मद लालू और मोहम्मद नीतीश के नाम से जाना जाएगा।
पटना से सौरव कुमार और प्रशांत देव का इनपुट