Bihar Elections 2025: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 2 दिवसीय बिहार दौरे पर आए और चुनावी तैयारियों को गति प्रदान की. साथ ही मुलाकात करके BJP नेताओं और कार्यकर्ताओं को चुनावी जीत का मंत्र दिया. पटना स्थित BJP ऑफिस में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री BL संतोष और बिहार के चुनाव प्रभारी की मौजूदगी में 12 राज्यों के 45 सांसदों और 45 विधायकों से मुलाकात की. साथ ही राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और जम्मू-कश्मीर के प्रतिनिधियों को बिहार विधानसभा के चुनावी रण में उतार दिया.
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लोकसभा क्षेत्रों की सौंपी गई है जिम्मेदारी
बता दें कि BJP ने इस बार बूथ से लेकर लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र तक मजबूत नेटवर्क खड़ा करने के लिए स्पेशल 45 नेताओं की फौज मैदान में उतार दी है. यह नेता अलग-अलग राज्यों से के हैं, जिन्हें हर लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है. आने वाले दिनों में विधानसभा स्तर पर भी नेताओं की फौज तैनात की जाएगी.
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पटना में हुई बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के साथ बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह-प्रभारी CR पाटिल और केशव प्रसाद मौर्य, बिहार प्रभारी विनोद तावड़े समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे. इसी बैठक में नेताओं को उनका काम बताया गया और मिशन बिहार फतेह करने की जिम्मेदारी सौंपी गई.
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जानें कौन-कौन हैं स्पेशल 45 की सूची में?
बता दें कि छत्तीसगढ़ से सांसद संतोष पांडेय और विजय बघेल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय को जगह मिली है. दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी, कमलजीत शाहरावत और केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा को तैनात किया है. गुजरात से सांसद देवूसिंह चौहान, मितेश पटेल और विधायक अमित ठाकरे को जिम्मेदारी दी गई है.
हरियाणा से पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, जम्मू-कश्मीर से सांसद युगल किशोर शर्मा, झारखंड से सांसद मनीष जयसवाल, कालीचरण सिंह, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र राय और पूर्व सांसद सुनील सिंह, ओडिशा से सांसद अनंत नायक को भी बिहार में तेनात किया गया है.
मध्य प्रदेश से गजेंद्र सिंह पटेल, BD शर्मा, अनिल फिरोजिया, मंत्री प्रह्लाद पटेल और विश्वास सारंग, पूर्व सांसद KP सिंह यादव और अरविंद सिंह भदौरिया को जिम्मेदारी दी गई है. उत्तर प्रदेश से सांसद सतीश गौतम, राजकुमार चाहर, संगम लाल गुप्ता, पूर्व सांसद विनोद सोनकर, पूर्व मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी, नेता उपेंद्र तिवारी और विधायक सलभ मणि त्रिपाठी, राजस्थान से नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को भी जिम्मेदारी मिली है.
इसके अलावा पूर्व सांसद, विधायक और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों जैसे राम सत पुते (युवा मोर्चा उपाध्यक्ष) और अन्य को भी जिम्मेदारी दी गई है.
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आगे विधानसभा स्तर पर होगी तैनाती
पार्टी की रणनीति के मुताबिक, आने वाले हफ्तों में विधानसभा स्तर पर भी नेताओं की नियुक्ति होगी. वहीं बिहार के चुनावी रण में तैनात किए जाने वाले प्रवासी नेताओं का मकसद सिर्फ चुनाव प्रचार नहीं, बल्कि स्थानीय कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना और NDA गठबंधन के लिए हर सीट पर जीत सुनिश्चित करना है. BJP का मानना है कि इन स्पेशल 45 नेताओं की जमीनी मौजूदगी और संगठनात्मक अनुभव बिहार के चुनावी समीकरण को बदल देगा. वहीं बिहार के चुनाव में BJP-NDA-JDU की जीत सुनिश्चित करने का आधार भी तैयार होगा.