Bihar Election Result 2025: बिहार में चुनाव नतीजों की तस्वीर लगभग साफ हो गई. बिहार में एक बार फिर से एनडीए सरकार की वापसी पक्की हो गई है. चुनाव आयोग के शुरुआती रुझानों में नीतीश कुमार और पीएम मोदी की जोड़ी ने एक बार फिर से कमाल कर दिया है. रुझानों में एनडीए को 190 से अधिक सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं, जबकि विपक्ष के खाते में सिर्फ 50 सीटें ही आ रही हैं. इस बीच कई लोगों के मन में सवाल होगा कि अगर कोई प्रत्याशी चुनाव जीतता है, या विधायक बनता है तो क्या पहले दिन से ही उसे सैलरी मिलनी शुरू हो जाती है. विधायकों की कितनी सैलरी होती है? जीतने वाले विधायक को क्या सुविधाएं मिलती हैं. आइए इन सभी सवालों का जवाब आपको को बताते हैं.
कब से मिलने लगती है विधायकों को सैलरी?
बिहार में अगली सरकार किसकी बन रही है ये तो लगभग साफ हो गया है. बिहार में जल्द ही नीतीश कुमार एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनने की तैयारी में जुट गए हैं. वहीं, NDA के विधायकों की बात करें तो कई दिग्गज अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे, तो कई विपक्ष के खेमे से उनकी सीट छीनकर अपने खाते में लेकर आए. आपको बता दें कि चुनाव जीतते ही किसी भी विधायक को पहले दिन से या अपने आप ही सैलरी और अन्य सुविधाएं नहीं मिल जातीं. विधायकों को मिलने वाली सभी सुविधाएं तभी शुरू होती हैं, जब वो आधिकारिक तौर पर शपथ ग्रहण करते हैं.
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वेतन के साथ-साथ और कौन सी सुविधाएं?
चुनाव जीतने के बाद शपथ लेने वाले विधायकों को सैलरी के साथ-साथ भत्ता और कई अन्य सुविधाएं मिलती हैं. विधायकों को राज्य क राजधानी में रहने के लिए आवास, दैनिक भत्ता, यात्रा भत्ता, प्रदेश की सरकारी बस में यात्रा की सुविधा, वाहन भत्ता, निजी सचिव प्रावधान, मेडिकल सुविधाएं जैसी कई अन्य सहूलियतें मिलती हैं. हालांकि कई राज्यों में ये सुविधाएं अलग या कम और ज्यादा भी हो सकती हैं. आपको बता दें कि तेलंगाना देश का पहला राज्य है जहां विधायकों को सबसे अधिक 2,30,000 (भत्ते के साथ प्रतिमाह) सैलरी मिलती है, वहीं सबसे कम 34000 रुपये सैलरी त्रिपुरा के विधायकों को मिलती है.
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