Bihar Budget Session News Updates: बिहार विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार का दिन राजनीतिक हमलों और तंजों से भरा रहा। सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। साथ ही बिहार विधानसभा में पिताजी बनाम पिताजी की लड़ाई भी देखने को मिली। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी को कोस रहे थे और दूसरी तरफ सम्राट चौधरी तेजस्वी यादव के पिता लालू यादव को बुरा भला कह रहे थे। मामला इतना बढ़ा गया कि तेजप्रताप यादव भी अपनी सीट पर खड़े होकर भाजपा विधायकों पर बरसते हुए दिखे। इसके बाद स्पीकर के बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ।
'तुम्हारे पिता को मैंने ही बनाया'
वहीं, सदन में आरजेडी विधायक तेजस्वी यादव के साथ बहस के दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, 'पहले बिहार में क्या था? आपके (तेजस्वी यादव) पिता को मैंने ही बनाया। आपकी जाति के लोग भी मुझसे पूछ रहे थे कि मैं ऐसा क्यों कर रहा हूं, लेकिन मैंने फिर भी उनका समर्थन किया।' भाषण के दौरान विपक्ष के वॉकआउट के बाद नीतीश कुमार ने कहा देखिए ये लोग भाग गए ... इन लोगों को कुछ समझ मे नही आता है। अगला चुनाव में इन लोगों को कुछ भी नही मिलेगा।
सीएम नीतीश पर तेजस्वी ने उठाया था सवाल
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पहले स्वास्थ्य व्यवस्था की कैसी हालत थी। पहले स्वास्थ केंद्र में एक दिन में एक या दो मरीज आते थे। अस्पताल में दवाई की व्यवस्था करवाई। अब देखिए अस्पतालों में औसतन 11 हजार लोग आए। पहले 6 मेडिकल कॉलेज था। हम आए तो नए नए मेडिकल कॉलेज बनवाएं। इस पर तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया तो सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि तुम्हारे पिता को भी हमने ही मुख्यमंत्री बनाया था। उन्होंने क्या काम किया यह सब जानते हैं।
पहले बिहार की क्या स्थिति थी?
विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जब हम लोग आए थे उसे समय बिहार की क्या स्थिति क्या थी? शाम में कोई घर से बाहर नहीं निकलता था। कुछ पता है? मुख्यमंत्री के बोलने पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। लेकिन सीएम नीतीश कुमार बोलते रहे उन्होंने कहा कि समाज में कितना विवाद होता था। हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा कितना होता था। शिक्षा का क्या हाल था? अध्यक्ष ने विपक्ष को कहा कि आपके नेता ने एक लकीर खींची है आप उसे क्यों छोटा करना चाहते हैं। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कब्रिस्तान की घेराबंदी करवाई गई। पहले क्या स्थिति थी कोई घर से नहीं निकलता था। अब देखिए 10 बजे, 11 बजे रात तक सब घूमता है। हमलोगों ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया। दो लाख 74 हजार शिक्षकों की बहाली की। नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया।
परिवारवाद के मुद्दे पर तेजस्वी ने NDA को घेरा
वहीं, तेजस्वी यादव ने परिवारवाद के मुद्दे पर एनडीए विधायाकों को घेरा। कहा कि चारा घोटाला की बात करते वालों ने पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा के बेटे को मंत्री बना दिया। मंत्री सम्राट चौधरी, संतोष सुमन, नितिन नवीन, अशोक चौधरी समेत कई नेता परिवारवाद के उदाहरण हैं। सीएम इन पर क्यों नहीं बोलते। इस पर मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष यह क्यों नहीं बोल रहे हैं कि पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा को अदालत ने बरी कर दिया था। अंत में तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मेरे पत्र का जवाब नहीं दिया इस बात का मुझे दुःख है। नया बिहार बनाने के लिए हमें आप सबका आशीर्वाद चाहिए। इसके बाद विजय सिन्हा ने कहा कि आपके बिहार को गाली देने में आपके पिताजी का काफी योगदान है।
'हमारे मुख्यमंत्री उनके पैरों में गिर जाते हैं'
बजट पर बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बजट में महिलाओं को 2500 रुपया नहीं दिया गया। न वृद्धा पेंशन में बढ़ोतरी की गई। न बिजली के दाम कम किए गए। तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र ने चंद्रबाबू नायडू के लिए पिटारा खोल दिया। 16 एमपी उनके पास हैं। केंद्र उन्हें सबकुछ दे रही है और हमारे मुख्यमंत्री उनके पैरों में गिर जाते हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा आरक्षण चोर है। एनडीए सरकार ने बिहार को विशेष पैकेज नहीं दिया। वहां चंद्रबाबू नायडू की सरकार को एनडीए सरकार ने 2 लाख करोड़ का पैकेज दिया।