बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने एक अहम राजनीतिक कदम उठाया है। AIMIM बिहार इकाई के अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव को एक पत्र लिखकर AIMIM को महागठबंधन में शामिल करने का अनुरोध किया है।
अख्तरुल ईमान ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि AIMIM शुरू से ही बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रही है और पार्टी का निरंतर प्रयास रहा है कि चुनावों के दौरान सेक्युलर वोटों का बिखराव न हो। उन्होंने लिखा, "आप भली-भांति इस बात से अवगत हैं कि 2015 से ही AIMIM बिहार में सक्रिय है। हमारा उद्देश्य हमेशा यही रहा है कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए सेक्युलर वोटों का एकजुट होना जरूरी है।"
फिर से AIMIM ने महागठबंधन में शामिल होने की जताई इच्छा
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि AIMIM ने पूर्व में भी, चाहे विधानसभा हो या लोकसभा चुनाव, महागठबंधन का हिस्सा बनने की इच्छा जताई थी, लेकिन वह प्रयास सफल नहीं हो सका। अब एक बार फिर पार्टी ने महागठबंधन के दरवाजे खटखटाए हैं, यह दर्शाता है कि बिहार में विपक्षी एकता की संभावनाएं फिर से उभर रही हैं।
बिहार की राजनीति में यह चिट्ठी एक निर्णायक मोड़ बन सकती है, खासकर तब जब राज्य में चुनावी बिसात बिछाई जा रही है और हर पार्टी अपने समीकरण मजबूत करने में जुटी है।
वहीं, आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी और अकेले लड़ेगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में निष्पक्षता सबसे जरूरी है और बिहार में जो चुनाव आयोग कर रहा है, वह सही नहीं है। जनता सब देख रही है।
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बता दें कि इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। एक तरफ जहां BJP के साथ JDU है और मौजूदा सरकार चला रही है, वहीं कांग्रेस, आरजेडी और वामपंथी दल INDIA गठबंधन में शामिल हैं।