Big news regarding three NDA MLAs in Bihar: बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है. राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, ऐसे संकेत अब खुले तौर पर दिखने लगे हैं. पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा द्वारा आयोजित लिट्टी-चोखा भोज से तीन विधायकों की गैरहाजिरी और उसी दौरान उनका बीजेपी नेता से मिलना, राजनीतिक गलियारों में कई सवाल खड़े कर रहा है. फेसबुक पर तस्वीरें सामने आते ही चर्चाओं का माहौल बन गया. गौरतलब है कि बिहार में सरकार गठन के बाद से ही राष्ट्रीय लोक मोर्चा से अंदरुनी बगावत की खबरें सामने आती रही हैं. बिना चुनाव लड़ाए बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनाने से भी परिवारवाद के आरोप लगे. पार्टी के वरिष्ठ नेता ने इस्तीफा दे दिया था.
पटना में हुई थी लिट्टी चोखा पार्टी
राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा के पटना आवास पर बुधवार शाम लिट्टी चोखा पार्टी हुई थी. पार्टी में रालोम के विधायकों समेत बिहार की दिग्गज हस्तियों के हिस्सा लिया था. उपेंद्र कुशवाहा के विधायक आलोक सिंह, रामेश्वर महतो और माधव आनंद लिट्टी चोखा पार्टी में शामिल नहीं हुए. पहले तो केवल चर्चाएं ही रहीं पर आधिकारिक रूप से न किसी न सवाल पूछा और न जवाब मिला. गुरुवार को फेसबुक पर तस्वीरें सामने आते ही बवाल मच गया.
---विज्ञापन---
भोज से दूरी, बीजेपी से नजदीकी
बुधवार 24 दिसंबर की रात पटना में उपेंद्र कुशवाहा की ओर से लिट्टी-चोखा भोज का आयोजन किया गया था. यह कार्यक्रम संगठनात्मक एकजुटता का संदेश देने के लिहाज से अहम माना जा रहा था. लेकिन RLM के तीन विधायक—माधव आनंद, आलोक सिंह और रामेश्वर महतो—इस भोज में शामिल नहीं हुए. इसी दिन ये तीनों विधायक बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य नितिन नबीन से मिलने पहुंचे. यह मुलाकात अचानक नहीं बल्कि सोच-समझकर उठाया राजनीतिक कदम मानी जा रही है.
---विज्ञापन---
माधव आनंद के फेसबुक पर छाईं तस्वीरें
मुलाकात की तस्वीर खुद विधायक रामेश्वर महतो ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर शेयर की. तस्वीर में नितिन नबीन के दाहिनी ओर रामेश्वर महतो, बाईं ओर माधव आनंद और पीछे आलोक सिंह नजर आ रहे हैं. इस सार्वजनिक पोस्ट के बाद यह मुलाकात केवल शिष्टाचार तक सीमित नहीं मानी जा रही. माधव आनंद के फेसबुक पर अपलोड हुई तस्वीरों से पता चला कि उपेंद्र कुशवाहा के घर पर हुई लिट्टी पार्टी के वक्त गायब हुए तीनों विधायक दिल्ली में थे. वे वहां BJP के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नबीन के साथ मुलाकात करने गए थे. नितिन नवीन के साथ तस्वीरें फेसबुक पर शेयर करने के साथ ही उन्होंने इसकी जानकारी बिहार समेत देश को भी दे दी. इससे पहले रालोम के एक और विधायक रामेश्वर महतो ने फेसबुक पर पोस्ट शेयर की थी.
पार्टी में असहजता के संकेत
सूत्रों की मानें तो अपनी ही पार्टी कार्यक्रम से दूरी और बीजेपी नेतृत्व से करीबी, RLM के अंदर असंतोष और संभावित टूट की ओर इशारा करता है. खासतौर पर ऐसे समय में जब बिहार की राजनीति में एनडीए और विपक्ष—दोनों अपने-अपने समीकरण मजबूत करने में जुटे हैं.
उपेंद्र कुशवाहा के लिए बढ़ी चुनौती
उपेंद्र कुशवाहा पहले ही बिहार की राजनीति में कई बार दल-बदल और संगठनात्मक चुनौतियों से जूझ चुके हैं. अगर RLM के विधायक बीजेपी की ओर झुकते हैं, तो यह पार्टी के अस्तित्व और प्रभाव—दोनों के लिए बड़ा झटका हो सकता है.
फिलहाल न तो इन विधायकों की ओर से और न ही RLM नेतृत्व की तरफ से कोई औपचारिक बयान आया है. लेकिन तस्वीरें और घटनाक्रम साफ संकेत दे रहे हैं कि बिहार की राजनीति में जल्द ही कोई बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है.