पटना: नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। नीतीश के इस्तीफा दिए जाने के बाद लोजपा नेता (रामविलास गुट) चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार की साख आज शून्य है। चिराग ने कहा कि हम चाहते हैं कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू हो और राज्य को नए सिरे से जनादेश देना चाहिए। आपकी (नीतीश कुमार) कोई विचारधारा है या नहीं? अगले चुनाव में जदयू को 0 सीटें मिलेंगी।
इससे पहले चिराग के चाचा और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने राजनीतिक भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि पहले भी राजद और जदयू के बीच एक प्रयोग किया गया था लेकिन वे लंबे समय तक एक साथ नहीं रह सकते। एक बार ये गठबंधन आ रहा है, यह बिहार के विकास के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
चिराग के चचेरे भाई ने भी जदयू पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री और आरएलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने ये भी साफ किया कि हमने एनडीए का हिस्सा बने रहने का फैसला किया है। उधर, आरएलजेपी के नेता और लोकसभा सांसद प्रिंस राज ने भी कहा कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) NDA के साथ है। हम अन्य दलों के फैसलों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते लेकिन हम एनडीए के साथ हैं। हमें ऐसा नहीं लगा (भाजपा सम्मान नहीं दे रही है)। वे (जदयू) केवल उनके बारे में बता सकते हैं।
नीतीश ने दिया इस्तीफा, 156 विधायकों के समर्थन का दावा
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद उन्होंने 156 विधायकों के समर्थन पत्र का दावा किया है। इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार ने कहा है कि सबलोगों की इच्छा थी कि बीजेपी से अलग हो जाना चाहिए। विधायकों और सांसदों की सहमति के बाद फैसला लिया।
विधानसभा की कुल सीटें - 243 (अनंत सिंह की सदस्यता खत्म होने के बाद अभी कुल - 242)