महिला कोच ने रखा अपना पक्ष
वहीं जिस महिला कोच को निलंबित किया गया है उनका कहना है कि अधिकारी लगातार उन पर इस मामले में दवाब बनाने की कोशिश में जुटे थे कि मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का नाम न घसीटा जाए। महिला कोच ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि निलंबन का आदेश 11 अगस्त 2023 को ही जारी कर दिया गया था। लेकिन उनके पास यह आदेश सोमवार की देर रात पहुंचा है, जिसमें 11 अगस्त की तारीख है। जबकि सस्पेंड करने से पहले उन्हें किसी तरह की वॉर्निंग भी नहीं दिया गया, जहां न कोई संतोषजनक कारण बताया। इसके अलावा जूनियर महिला कोच का कहना है कि उस पर खेल विभाग के अधिकारियों ने पिछले चार महीने से कोचिंग पर भी रोक लगा रखी है। जिससे उनका खेल का करियर बर्बाद हो गया है। बता दें कि महिला खेल विभाग में जूनियर कोच थी।यह भी पढ़ेंयह भी पढ़ें - हरियाणा में बड़ी सड़क दुर्घटना; कैंटर से टकराई रॉन्ग साइड दौड़ रही कार, छुट्टी लेकर घर आ रहे UP के फौजी और राजस्थान के...
26 दिसंबर को दर्ज हुआ था केस
दरअसल, हरियाणा की खट्टर सरकार में तत्कालीन खेल मंत्री सरदार संदीप सिंह के खिलाफ एक महिला कोच ने छेड़खानी का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद 31 दिसंबर को मामले में मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। केस दर्ज होने के बाद मंत्री से खेल विभाग ले लिया गया था। लेकिन मामले में सात महीने गुजर जाने के बाद भी चार्जशीट दायर नहीं हुई है। वहीं अब इस मामले में महिला कोच को सस्पेंड किया गया है। जिसके बाद मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है। फिलहाल महिला कोच को निलंबन का आदेश भेज दिया गया है। ये भी देखें: 2023 World Cup और Asia Cup से पहले Team India के 7 Star, 8 Player बेकारऔर पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहां पढ़ें
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