नई दिल्ली: भारत के प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटर पृथ्वी शॉ ने बुधवार को रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक ठोका। उन्होंने 383 गेंदों पर 379 रन जड़ा। मुंबई के लिए खेलते हुए पृथ्वी शॉ असम के गेंदबाजों को फोड़कर रख दिया। दाएं हाथ के बल्लेबाज का तेज 379 रन अब रणजी ट्रॉफी के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। 1948 में सौराष्ट्र के खिलाफ महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए बीबी निंबालकर के नाबाद 443 रन की पारी खेली।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिसंबर 2022 में भारत के बांग्लादेश दौरे और श्रीलंका के खिलाफ चल रही द्विपक्षीय सीरीज के लिए टीम में नजरअंदाज किए जाने के बाद 23 वर्षीय खिलाड़ी बीसीसीआई से खफा थे।पिछले पांच मैचों में शॉ ने अपनी टीम के लिए 67.37 की औसत से 539 रन बनाए हैं।
पृथ्वी शॉ ने अपनी ताबड़तोड़ पारी से कई और रिकॉर्ड तोड़े। उन्होंने भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर के मुंबई बल्लेबाज द्वारा उच्चतम प्रथम श्रेणी स्कोर के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। मांजरेकर ने 1991 में हैदराबाद के खिलाफ 377 रन बनाए थे। शॉ रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक, विजय हजारे ट्रॉफी (घरेलू 50 ओवरों का टूर्नामेंट) में दोहरा शतक और सैयद मुश्ताक अली टी20 में शतक लगाने वाले पहले क्रिकेटर बने।
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