Gymnast Dipa Karmakar: इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (ITA) ने प्रतिबंधित पदार्थों के सेवन को लेकर भारतीय जिमनास्ट दीपा कर्माकर पर 21 महीने का बैन लगाया है। ITA के मुताबिक, करमाकर ने प्रतिबंधित हाइजेनामाइन का सेवन किया था।
बता दें कि हाइजेनामाइन (Higenamine) को विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी की 2017 में प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में जोड़ा गया था। दीपा के सैंपल 11 अक्टूबर 2021 को कलेक्ट किए गए थे। अब डोप टेस्ट में फेल होने पर ITA की ओर से लगाया गया बैन 10 जुलाई 2023 तक जारी रहेगा।
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अक्टूबर 2021 को लिया गया था सैंपल
इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (ITA) के मुताबिक, 11 अक्टूबर 2021 को फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल जिम्नास्ट (FIG) की ओर से डोप टेस्ट किया गया था। उनके टेस्ट सैंपल को पॉजिटिव पाया गया है। डोप टेस्ट के लिए सैंपल देने के बाद दीपा किसी कॉम्पिटिशन का हिस्सा नहीं रही हैं।
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ITA की ओर से लगाए गए प्रतिबंध का मतलब है कि 29 साल की दीपा विश्व कप सीरीज के सभी टूर्नामेंटों और छह विश्व चैलेंज कप सीरीज में से कम से कम तीन में नहीं खेल पाएंगी। प्रतिबंध खत्म होने के बाद वे 23 सितंबर से एंटवर्प में शुरू होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर इवेंट वर्ल्ड चैंपियनशिप 2023 के लिए पात्र होंगी।
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क्या है प्रतिबंधित हाइजेनमाइन
यूनाइटेड स्टेट्स एंटी-डोपिंग एजेंसी (USADA) के अनुसार, हाइजेनमाइन एक मिश्रित एड्रीनर्जिक रिसेप्टर की प्रक्रिया है। ये एक एंटी एस्थमा के रूप में काम कर सकता है। इससे सांस नहीं फूलती है और कार्डियोटोनिक के चलते कार्डियक आउटपुट बढ़ जाता है और हार्ट रेट मजबूत हो जाती है।
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ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट हैं दीपा
बता दें कि दीपा करमाकर ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट हैं। त्रिपुरा की दीपा ने रियो ओलंपिक 2016 में महिलाओं के वॉल्ट फाइनल में चौथा स्थान हासिल करके इतिहास रच दिया था। इससे पहले करमाकर ने ग्लासगो में 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य जीता था।
खेलों के इतिहास में ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बन गईं थीं। दीपा ने एशियन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में कांस्य जीता था और 2015 वर्ल्ड आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में पांचवां स्थान हासिल किया था।
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