नई दिल्ली: राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच जयपुर में खेले गए आईपीएल के 37वें मुकाबले में एमएस धोनी की टीम सीएसके को हार का सामना करना पड़ा। राजस्थान रॉयल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 202 रनों का स्कोर खड़ा किया। जिसका पीछा करते हुए सीएसके 6 विकेट खोकर 170 रन ही बना सकी। सीएसके के युवा गेंदबाज मथीशा पथिराना ने 4 ओवर में 48 रन लुटाए, इसके बावजूद धोनी ने उनका बचाव किया। जबकि जयपुर के एसएमएस स्टेडियम को बेहद खास बताते हुए इससे जुड़ी याद ताजा की।
पावरप्ले में अच्छी शुरुआत नहीं कर सके
धोनी ने हार के बाद कहा- उन्होंने थोड़ा अधिक रन बनाए। विकेट बल्लेबाजी के लिए शानदार था, लेकिन हमने पहले छह ओवर में बहुत अधिक रन दिए। गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन कई छोर से गेंद बाउंड्री तक गई। इसने मैच पर प्रभाव डाला। उनके पास पार प्लस था और हम बल्ले से पावरप्ले में अच्छी शुरुआत नहीं कर सके।
धोनी ने पथिराना की गेंदबाजी का बचाव किया। उन्होंने कहा- पथिराना की गेंदबाजी अच्छी थी, उसने खराब बॉलिंग नहीं की। मुझे लगता है कि स्कोरकार्ड यह नहीं दर्शाता कि उसने कितनी अच्छी गेंदबाजी की। यशस्वी ने अच्छी बल्लेबाजी की, गेंदबाजों का पीछा करना और जोखिम लेना महत्वपूर्ण था। हमें यह आकलन करना था कि एक अच्छी लेंथ क्या है, कप्तान के रूप में आप उन्हें कहते हैं, लेकिन शुरू में हमने कुछ बाउंड्री दीं और उसके बाद आप हमेशा कैच अप खेल रहे थे। पारी के अंत में जुरेल ने अच्छी बल्लेबाजी की।
धोनी ने जयपुर के मैदान को बेहद खास बताते हुए कहा- यह एक बहुत ही खास स्थान है, विजाग में मेरे पहले एकदिवसीय शतक ने मुझे 10 मैच दिए, लेकिन मैंने यहां जो 183 रन बनाए उससे मुझे एक साल और मिल गया। यहां वापस आकर बहुत अच्छा लगा। धोनी ने श्रीलंका के भारत टूर के दौरान जयपुर में 31 अक्टूबर 2005 को 183 रन जड़कर टीम इंडिया को शानदार जीत दिलाई थी। उन्होंने अपनी पारी के दौरान 15 चौके-10 छक्के ठोके थे। उस वक्त राहुल द्रविड़ कप्तान थे।