नई दिल्ली: भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया तीसरा टेस्ट मैच तीसरा दिन शुरू होते ही खत्म हो गया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 9 विकेट से जीत दर्ज की। मैच के बाद आईसीसी ने तीसरे टेस्ट के लिए इस्तेमाल की गई होल्कर स्टेडियम की पिच को खराब मानकर 3 डिमेरिट अंक दिए हैं। दोनों टीमों के स्पिनरों को पहले दिन की शुरुआत से ही मदद मिली। पूरे मैच के दौरान गिरे 31 विकेटों में से 26 स्पिनरों ने लिए जबकि केवल चार विकेट तेज गेंदबाजों के खाते में गए। एक रन आउट हो गया।
ख्वाजा और लाबुशेन के बीच 90 प्लस का स्टैंड नहीं देखा
हालांकि भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ICC के इस कदम से भड़क गए हैं। गावस्कर ने कहा- यह बल्लेबाजी करने के लिए एक कठिन पिच थी। आप स्कोर से देख सकते हैं यह बल्लेबाजी करने के लिए आसान नहीं थी। मुझे लगता है कि तीन डिमेरिट अंक साधारण कारण के लिए बहुत कठोर हैं, अगर यह बल्लेबाजी करने के लिए इतनी कठिन पिच थी तो आपने उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन के बीच 90 प्लस का स्टैंड नहीं देखा होगा। गावस्कर ने इंडिया टुडे से कहा- अगर पिच इतनी असंभव होती तो तीसरे दिन 77 रन की साझेदारी नहीं होती।
और पढ़िए - Jasprit Bumrah injury: सर्जरी के लिए न्यूजीलैंड पहुंचे बुमराह, IPL के बाद वनडे वर्ल्ड कप से भी हो सकते हैं बाहर!
उन्होंने आगे कहा- "निश्चित रूप से कठिन पिच है, लेकिन आप भारत से यही उम्मीद करते हैं। साथ ही मुझे सटीक जानकारी नहीं है, लेकिन नवंबर-दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच गाबा में टेस्ट मैच खेला गया था, जो दो दिनों में समाप्त हो गया था। इस दौरान गेंद इधर-उधर उड़ रही थी। तेज गेंदबाज बहुत खतरनाक लग रहे थे, उन्हें गंभीर चोट लग सकती थी। उस पिच पर जान का खतरा था। मुझे नहीं पता कि उसे कितने डिमेरिट अंक मिले और मैच रेफरी कौन था। लेकिन डिमेरिट अंक कैसे दिए जाते हैं, इस पर किसी तरह की समानता की जरूरत है।"
और पढ़िए - खेल से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें