Boxing World Championships: विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत के मुक्केबाजों ने इतिहास रच दिया है। इतिहास में पहली बार भारतीय मुक्केबाजों ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में तीन पदक पक्के कर लिए हैं। निशांत देव, मोहम्मद हसमुद्दीन और दीपक भोरिया ने अपनी-अपनी वेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले जीतते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। टॉप-4 में प्रवेश करते हुए इन तीनों के मेडल पक्के हो गए हैं। इससे पहले 2019 में अमित पंघाल का रजत और मनीष कौशिक का कांस्य जीतना देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।
अब तीनों मुक्केबाजों के पास सेमीफाइनल में जीतकर अपने मेडल का रंग बदलना चाहेंगे। तीनों मुक्केबाज अपनी-अपनी सेमीफाइनल बाउट 12 मई को खेलेंगे। चैंपियनशिप की 75 KG वेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दीपक भोरिया ने अजरबैजान के उमिद रूस्तामोव को 5-0 से परास्त किया। दीपक चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाले 8वें भारतीय मुक्केबाज बने।
दीपक के बाद मोहम्मद हसमुद्दीन ने चैंपियनशिप के मौजूदा सीजन में भारत का दूसरा मेडल तय किया। उन्होंने 57 KG वेट कैटेगरी में बुल्गारिया के जे डियाज इबनेज को 4-3 से मात दी। दीपक और हसमुद्दीन के बाद अंत में निशांत देव ने 71 KG वेट कैटेगरी में क्यूबा के जॉर्ज कुएलर को 5-0 से परास्त किया। बता दें कि ताशकंद में 104 देशों के करीब 640 बॉक्सर भाग ले रहे हैं।