Women's Day 2025: भारत की युवा शूटर मनु भाकर आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। भारत समेत पूरी दुनिया 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाएगी, जो नारी सशक्तीकरण का प्रतीक है। इस मौके पर मनु भाकर का जिक्र ना हो, तो यह कहीं ना कहीं अधूरा लगेगा। मनु उन चुनिंदा शूटर्स में शामिल हैं, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और असाधारण प्रतिभा से देश का नाम रोशन किया है। हरियाणा के झज्जर जिले में 18 फरवरी 2002 को जन्मी मनु ने बहुत कम उम्र में ही नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
शूटिंग से पहले मनु भाकर ने अपनी स्पोर्ट्स की जर्नी बॉक्सिंग और ताइक्वांडो से शुरू की थी, जहां उन्होंने स्कूल में टेनिस और स्केटिंग जैसे खेलों के साथ-साथ 'थांग ता' नामक मार्शल आर्ट में भी भाग लिया। इन खेलों में मनु ने नेशनल लेवल पर कई मेडल जीते। लेकिन बाद में उनका इंटरेस्ट शूटिंग में बढ़ता गया और उन्होंने इसी खेल में करियर बनाने का फैसला किया।
उन्होंने सिर्फ 14 साल की उम्र में पहली बार शूटिंग में कदम रखा था। 2024 पेरिस ओलंपिक में दो मेडल जीतने से पहले मनु वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और युवा ओलंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं, जिसकी वजह से बहुत कम उम्र में वो भारत की सबसे सफल महिला निशानेबाज में से एक हैं।
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एक नजर मनु भाकर की उपलब्धियों पर-
2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
2018 में मेक्सिको में आयोजित आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता।
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में इतिहास रचते हुए 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में भी ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था।
मनु एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।