IND vs ENG: हेडिंग्ले में टीम इंडिया के गेंदबाज 371 रनों का बचाव करने में नाकाम रहे। इंग्लैंड ने इतने बड़े लक्ष्य को हंसते-खेलते हुए आसानी से 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया। ना जसप्रीत बुमराह का जादू चला, ना मोहम्मद सिराज की गेंदबाजी में वो धार नजर आई। प्रसिद्ध कृष्णा ने 2 विकेट तो चटकाए, लेकिन दिल खोलकर रन लुटाए। चौथी पारी में भारतीय गेंदबाजों को पहला विकेट लेने में ही 42.2 ओवर लग गए। शुभमन गिल की कप्तानी में इंग्लैंड की सरजमीं पर टीम इंडिया के लिए दौरे का आगाज शर्मनाक हुआ है।
148 साल में पहली बार हुआ ऐसा
भारतीय बल्लेबाजों ने दोनों ही पारियों में जबरदस्त प्रदर्शन करके दिखाया, लेकिन बॉलर्स ने हेडिंग्ले में नाक कटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। 19 ओवर डालने के बावजूद बुमराह एक विकेट तक नहीं निकाल सके। वहीं, सिराज की भी झोली खाली रह गई। टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब बल्लेबाजों द्वारा पांच शतक लगाने के बावजूद किसी टीम को हार का मुंह देखना पड़ा है। यह शर्मनाक रिकॉर्ड टीम इंडिया के नाम अब दर्ज हो गया है। टेस्ट के आखिरी दिन पहले सेशन में भारतीय गेंदबाज कोई विकेट नहीं निकाल सके। जैक क्राउली और बेन डकेट की सलामी जोड़ी के आगे बुमराह-सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा की तिकड़ी पूरी तरह से बेबस नजर आई। इसके साथ ही रविंद्र जडेजा की फिरकी भी कोई कमाल नहीं दिखा सकी।
दूसरा सबसे बड़ा चेज
इंग्लैंड ने अपने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा रन चेज सफलतापूर्वक हासिल किया। टीम की ओर से बेन डकेट ने जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए 170 गेंदों में 149 रन की दमदार पारी खेली। वहीं, दूसरे छोर से डकेट को जैक क्राउली का अच्छा साथ मिला और दोनों ने पहले विकेट के लिए मिलकर 188 रन जोड़े। क्राउली ने 65 रनों का योगदान दिया। वहीं, जो रूट ने 53 रन जड़े और वह टीम को जीत दिलाकर लौटे। जेमी स्मिथ ने 55 गेंदों में 44 रन की धांसू पारी खेली। इंग्लैंड ने टेस्ट में भारत के खिलाफ भी दूसरा सबसे बड़ा रन चेज हासिल करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। वहीं, हेडिंग्ले में यह तीसरा मौका है जब 350 से ज्यादा रनों का लक्ष्य सफलतापूर्वक चेज किया गया है।