Shardul Thakur: रणजी ट्रॉफी में जम्मू कश्मीर के खिलाफ शार्दुल ठाकुर के बल्ले से उस वक्त रन निकले, जब स्टार खिलाड़ियों से सजा मुंबई का बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। यशस्वी जायसवाल, रोहित शर्मा, कप्तान अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन लौट गए। शिवम दुबे भी बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके। इस मुश्किल वक्त में 'लॉर्ड' शार्दुल मुंबई के लिए मसीहा साबित हुए और उन्होंने 57 गेंदों पर 51 रन की शानदार पारी खेली।
वो शार्दुल की पारी ही थी, जिसके दम पर मुंबई जैसे-तैसे 100 रन का आंकड़ा पार कर सकी। दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शार्दुल ने भारतीय टीम से लगातार नजरअंदाज किए जाने को लेकर भी आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि प्लेयर की क्वालिटी को देखकर उसे ज्यादा से ज्यादा चांस दिए जाने चाहिए।
शार्दुल ने तोड़ी चुप्पी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए शार्दुल ने कहा कि टीम में प्लेयर का सिलेक्शन क्वालिटी को देखकर होना चाहिए। शार्दुल ने कहा, "देखिए मैं सिर्फ अपनी क्वालिटी पर बात कर सकता हूं। बाकी लोगों को भी इस पर ही बात करनी चाहिए। अगर किसी खिलाड़ी में क्वालिटी है, तो उसे ज्यादा से ज्यादा मौके दिए जाने चाहिए। मुझे मुश्किल परिस्थितियों में बल्लेबाजी करना पसंद है। आसान सिचुएशन में हर कोई बल्लेबाजी कर लेता है, लेकिन टफ कंडिशंस में आप कैसे बल्लेबाजी करते हैं यह मैटर करता है। मैं मुश्किल परिस्थितियों को चैलेंज के तौर पर देखता हूं और हमेशा यह सोचता हूं कि कैसे इस चैलेंज से पार पाना है।"
शार्दुल ने कहा कि पीछे क्या हुआ उसे भूलकर आगे बढ़ जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "पीछे क्या हुआ इसको भुलाकर आपको आगे बढ़ जाना चाहिए, क्योंकि वो बदलने वाला नहीं है। यह महत्वपूर्ण है कि आप वर्तमान पर फोकस करें और इस बात पर ध्यान दें कि आप भविष्य में क्या कर सकते हैं।"
शार्दुल ने खेली सूझबूझ भरी पारी
शार्दुल जब बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे, तो मुंबई की टीम 41 के स्कोर पर 5 विकेट गंवाकर मुश्किल में थी। इसके बाद शम्स मुलानी और श्रेयस अय्यर भी जल्द ही पवेलियन लौट गए और मुंबई ने 7 विकेट 47 के स्कोर पर गंवा दिए। दूसरे छोर पर खड़े शार्दुल ने फिर मोर्चा संभाला और तेज तर्रार अंदाज में बल्लेबाजी शुरू की। शार्दुल ने 57 गेंदों का सामना करते हुए 51 रन की धांसू पारी खेली। अपनी इस पारी के दौरान शार्दुल ने 5 चौके और 2 छक्के जमाए। यानी टेस्ट क्रिकेट वाले फॉर्मेट में भी शार्दुल ने 51 में से 32 रन बाउंड्री से बटोरे। बल्ले से रंग जमाने के बाद उन्होंने अब्दुल समद का बड़ा विकेट भी अपने नाम किया।