Delhi Para Track Uneven: वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 की शुरुआत 27 सितंबर से होने वाली है. दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में भारत का पहला ओलंपिक मोंडो ट्रैक बनाया गया था. इसके लिए 25 करोड़ की भारी रकम खर्च की गई थी. हालांकि, ये ट्रैक टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले ही खराब हो गया है और असमतल नजर आ रहा है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ट्रैक बनाने की कोशिश की गई थी लेकिन भारी लापरवाही देखने को मिली है. बता दें कि दुनिया भर के पैरा एथलीट्स प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए भारत आए हैं और इस तरह का ट्रैक देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकता है.
टूर्नामेंट से पहले बिगड़ा 25 करोड़ का ट्रैक
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 25 करोड़ रूपये की लागत से ओलंपिक मोंडो ट्रैक बनाया गया था. 29 अगस्त 2025 को इस ट्रैक का उद्घाटन किया गया था और मात्र 26 दिनों में ही ये खराब हो गया है. जागरण न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रैक समतल नहीं है और इसी का नुकसान चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे पैरा एथलीट्स को हो सकता है. उनकी मेहनत खराब हो सकती है, क्योंकि असमतल ट्रैक पर दौड़ने से वो गिर भी सकते हैं. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 जैसे बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी भारत कर रहा है और इस तरह की व्यवस्था एथलीट्स की मेहनत खराब कर सकती है.
---विज्ञापन---
ये भी पढ़ें:- फुटबॉल जगत में शोक की लहर, मात्र 21 साल की उम्र में फेमस खिलाड़ी का निधन, मैच के दौरान लगी थी चोट
---विज्ञापन---
ट्रैक पर मिले कांच के टुकड़े
रिपोर्ट के मुताबिक, पैरा एथलीट्स चैंपियनशिप में हिस्सा लेने से पहले गुरुवार को एथलीट्स अभ्यास करने पहुंचे. भारत ही नहीं, बल्कि विदेश के भी खिलाड़ी प्रैक्टिस करने आए थे लेकिन उन्हें दौड़ते समय ट्रैक पर कांच के टुकड़े मिले. इसी वजह से उन्होंने अभ्यास करना बंद कर दिया और पूरा ट्रैक चेक किया. इस तरह का ट्रैक भारत की व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है. 400 मीटर लंबा ये ट्रैक असमतल है और गंदगी भी है. हालांकि, पैरालिंपिक समिति के तकनीकी निर्देशक सत्यपाल सिंह ने बताया है कि वो टूर्नामेंट शुरू होने से पहले सभी चीजें ठीक कर देंगे.
ये भी पढ़ें:- भारत में ये बड़ा टूर्नामेंट खेलने नहीं आएगा पाकिस्तान, Asia Cup 2025 के बीच कर दिया बहिष्कार