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पूर्व भारतीय कप्तान ने राजनीति के रण में जड़ा जोरदार सिक्सर, सरकार में बनेंगे कैबिनेट मंत्री

Mohammad Azharuddin: पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन क्रिकेट जगत में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में गिने जाते हैं. अजहरुद्दीन ने तीन वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कप्तानी की है. अब वो राजनीति में नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. अजहरुद्दीन 31 अक्टूबर को मंत्री पद की शपथ लेंगे.

Mohammad Azharuddin

Mohammad Azharuddin: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन तेलंगाना सरकार में मंत्री बनने जा रहे हैं. अजहरूद्दीन को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा. वे शुक्रवार, 31 अक्टूबर को राजभवन में मंत्री पद की शपथ लेंगे. अजहर तेलंगाना की कांग्रेस सरकार में शामिल होने वाले पहले मुस्लीम मंत्री होंगे. उनके शामिल होने के बाद रेवंत रेड्डी के कैबिनेट में कुल 16 मंत्री हो जाएंगे. माना जा रहा है कि अजहरुद्दीन के कैबिनेट में एंट्री से 11 नवंबर को जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस को फायदा मिलेगा.

अजहरुद्दीन होंगे तेलंगाना सरकार में पहले मुस्लिम मंत्री

तेलंगाना की मौजूदा कैबिनेट में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी समेत कुल 15 सदस्य हैं, लेकिन इसमें एक भी अल्पसंख्यक नहीं हैं. तेलंगाना में कांग्रेस के पास मोहम्मद अजहरुद्दीन एक बड़ा मुस्लिम चेहरा हैं. ऐसे में अजहरुद्दीन को कैबिनेट में शामिल करना एक बड़ा कदम माना जा रहा है. इससे कांग्रेस 11 नवंबर को जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में एक लाख से ज्यादा मुस्लिम मतदाताओं को लुभा सकती है.

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जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर कुल करीब 3.90 लाख मतदाता हैं, जिसमें से लगभग 1.20 से 1.40 लाख मतदाता मुस्लिम समुदाय से हैं. यानी करीब 30% वोट मुस्लिमों के हैं. ऐसे में यहां जिस भी पार्टी को मुस्लिम वोट मिलते हैं, उसकी जीत की संभावना काफी बढ़ जाती है. इसलिए कांग्रेस ने अजहरुद्दीन को तेलंगाना सरकार में मंत्री बनाने का फैसला किया है. हालांकि, अजहर को मंत्री बनने के बाद 6 महीने के अंदर MLC या MLA बनना होगा.

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अजहरुद्दीन का राजनीति करियर

अजहरुद्दीन ने साल 2009 में राजनीति में कदम रखा था. कांग्रेस ने उन्हें युपी के मुरादाबाद सीट से लोकसभा चुनाव में टिकट दिया था. वह पार्टी के उम्मीदों पर खरे उतरे और चुनाव जीता. लेकिन इसके बाद 2014 और 2023 के चुनाव में उन्हें हार मिली थी. 2014 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें राजस्थान की टोंक-सवाई माधोपुर सीट से टिकट दिया, जहां उन्हें हार मिली.

इसके बाद उन्हें 2018 में तेलंगाना कांग्रेस प्रदेश कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं. फिर उन्होंने तेलंगाना की जुब्ली हिल्स विधानसभा से चुनावा लड़ा, लेकिन वे बीआरएस उम्मीदवार मगंती गोपीनाथ से 16,337 वोट से हार गए थे. बीआरएस उम्मीदवार को 80,549 और अजहरुद्दीन को 64,212 वोट मिले थे. हालांकि, अब वे तेलंगाना सरकार के कैबिनेट में बड़ी जिम्मेदारी संभालते हुए नजर आएंगे.

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