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WTC Final: बैटिंग पोजीशन बदली, लेकिन फिर भी हाल बेहाल, पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रही मार्नस लाबुशेन की कमजोरी

Marnus Labuschagne: डब्ल्यूटीसी फाइनल में मार्नस लाबुशेन टीम की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके। लाबुशेन की सबसे बड़ी कमजोरी एक बार फिर उजागर हो गई।

Marnus Labuschagne
Marnus Labuschagne: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जो दांव कप्तान पैट कमिंस ने चला था वो ऑस्ट्रेलियाई टीम के काम नहीं आया। बतौर ओपनर अपने टेस्ट करियर में पहली बार मैदान पर उतरे मार्नस लाबुशेन उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके। लाबुशेन से डब्ल्यूटीसी फाइनल में बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन वह टीम को मझधार में छोड़कर पवेलियन लौट गए। 56 गेंदें खेलने के बावजूद लाबुशेन उस काम को अंजाम नहीं दे सके, जिसके लिए उन्हें ओपनिंग में प्रमोट किया गया था। साउथ अफ्रीका ने लाबुशेन की सबसे बड़ी कमजोरी पर वार किया और कंगारू बल्लेबाज की पोल एक बार फिर खुल गई।

उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे लाबुशेन

उस्मान ख्वाजा के साथ पारी का आगाज करने उतरे मार्नस लाबुशेन ने ऑस्ट्रेलियाई खेमा बड़ी इनिंग की उम्मीद कर रहा था। ख्वाजा बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए, तो कैमरून ग्रीन सिर्फ 4 रन बनाकर चलते बने। एक ही ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने 2 बड़े विकेट गंवा दिए। अब फैन्स यह उम्मीद कर रहे थे कि लाबुशेन स्टीव स्मिथ के साथ मिलकर टीम को इस मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकालेंगे। हालांकि, लाबुशेन 17 रन बनाने के बाद मार्को यानसन के जाल में फंस गए। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के खिलाफ लाबुशेन की कमजोरी एक बार फिर उजागर हो गई। साल 2022 से लाबुशेन लेफ्ट आर्म फास्ट बॉलर के खिलाफ संघर्ष करते हुए नजर आए हैं। पिछले तीन सालों में उन्होंने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के खिलाफ 271 गेंदें खेली हैं, जिसमें उन्होंने 104 रन बनाने के साथ-साथ 6 बार अपना विकेट भी गंवाया है।

रबाडा ने दिलाई धांसू शुरुआत

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में टॉस का सिक्का साउथ अफ्रीका के पक्ष में उछला और टेंबा बावुमा ने गेंदबाजी करने का फैसला लिया। कगिसो रबाडा और मार्को यानसन ने शुरुआती तीन ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी की और पहले तीन ओवरों में उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन को एक रन तक नहीं बनाने दिया। रबाडा और यानसन ने जो जाल बुना उसमें ख्वाजा बुरी तरह से उलझकर रह गए। रबाडा के हाथ से निकली पारी के सातवें ओवर की तीसरी गेंद हवा में लहराते हुए बाहर की तरफ गई और ख्वाजा के बल्ले का किनारा ले गई। स्लिप में खड़े डेविड बेडिंघम ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। ख्वाजा को बिना खाता खोले पवेलियन भेजने के बाद रबाडा ने इसी ओवर में ग्रीन को भी चलता कर लिया। ओवर की आखिरी गेंद ग्रीन के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेते हुए मार्करम के हाथों में समां गई। ग्रीन सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हुए। ट्रेविस हेड भी बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और महज 11 रन बनाकर आउट हुए। लंच ब्रेक तक ऑस्ट्रेलिया ने अपने 4 बड़े विकेट गंवा दिए हैं और स्कोर बोर्ड पर सिर्फ 67 रन लगे हैं।  


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