Johnathan Campbell Debut: जिम्बाब्वे और आयरलैंड के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच में अनोखा नजारा देखने को मिला। टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू कर रहे खिलाड़ी को जिम्बाब्वे ने कप्तान बनाकर मैदान पर उतार दिया। इस प्लेयर का नाम जॉनाथन कैंपबेल है। कैंपबेल को कैप्टेंसी की जिम्मेदारी इस वजह से सौंपनी पड़ी, क्योंकि आखिरी समय पर जिम्बाब्वे के नियमित कप्तान क्रेग एर्विन ने निजी कारणों के चलते टेस्ट मैच से अपना नाम वापस ले लिया। कैंपबेल के पिता एलेस्टर कैंपबेल भी जिम्बाब्वे टीम की कप्तानी कर चुके हैं और उन्होंने 60 टेस्ट और 188 वनडे मैच खेले।
डेब्यू में मिली कप्तानी
27 साल के जॉनाथन कैंपबेल को आयरलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू करना था। हालांकि, नियमित कैप्टन क्रेग एर्विन ने निजी कारणों की वजह से इस टेस्ट मैच से अपना नाम वापस ले लिया। इसके बाद जिम्बाब्वे टीम ने एक बयान जारी करते हुए कप्तानी का जिम्मा कैंपबेल के कंधों पर ही सौंप दिया। जिम्बाब्वे क्रिकेट ने बताया, "नियमित कप्तान क्रेग एर्विन ने फैमिली एमरजेंसी की वजह से आयरलैंड के खिलाफ होने वाले टेस्ट मैच से नाम वापस ले लिया है। टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू कर रहे जॉनाथन कैंपबेल इस मैच में टीम की कमान संभालते हुए नजर आएंगे। डोमेस्टिक लेवल पर काफी कप्तानी कर चुके कैंपबेल शानदार फॉर्म में हैं और टीम में एनर्जी लेकर आते हैं।"
जॉनाथन जिम्बाब्वे की ओर से 9 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं। उन्होंने मई 2024 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। अभी तक खेले 9 मैचों में कैंपबेल ने 121 के स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 123 रन बनाए हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में जॉनाथन ने खेले 34 मैचों में 32 की औसत से 1913 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 4 शतक और 9 फिफ्टी जमाई है।
पिता भी कर चुके हैं कप्तान
जॉनाथन कैंपबेल के पिता भी जिम्बाब्वे टीम की कप्तानी कर चुके हैं। जॉनाथन के पिता एलेस्टर कैंपबेल ने टीम की ओर से कुल 60 टेस्ट और 188 वनडे मैच खेले। इस दौरान उन्होंने टीम की बागडोर भी संभाली। कैंपबेल जिम्बाब्वे की ओर से डेब्यू में कैप्टेंसी करने वाले महज दूसरे खिलाड़ी बने हैं। उनसे पहले साल 1992 में डेव ह्यूटन ने भारत के खिलाफ खेले गए मैच में यह कारनामा किया था। कैंपबेल पिछले 50 सालों में यह अनोखी उपलब्धि हासिल करने वाले मात्र तीसरे ही प्लेयर हैं।