Indian Cricketer Faiz Fazal Retirement :भारतीय टीम में अधिक मौके नहीं मिलने के कारण एक और खिलाड़ी ने संन्यास का ऐलान कर दिया। 38 साल के फैज फजल ने अंतरराष्ट्रीय और फर्स्ट क्लास क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने साल 2016 पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वनडे डेब्यू किया था। मगर वह भारत के लिए सिर्फ 1 वनडे मैच ही खेलने में सफल रहे हैं। हालांकि फैज फजल का फर्स्ट क्लास और लिस्ट-ए करियर काफी शानदार रहा है। फैज फजल की कप्तानी में ही विदर्भ ने पहला रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता था।
शेयर की भावुक पोस्ट
फैज फजल ने सोशल मीडिया के माध्यम से संन्यास का ऐलान किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि भारत और विदर्भ का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात हैं। जहां से 21 साल पहले मेरे फर्स्ट क्लास क्रिकेट की शुरुआत की थी उसी नागपुर के मैदान पर आखिरी बार कदम रखूंगा। फैज फजल ने इस यात्रा में उनका साथ देने वाले सभी साथी खिलाड़ियों का आभार व्यक्त किया है। इसके बाद उन्होंने कहा कि कोच, फिजियो और ट्रेनर का और खासकर ग्राउंड स्टाफ का धन्यवाद, जिन्होंने मेरी इस यात्रा में मेरा साथ दिया।
फैज फजल ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि जो यादें मैंने मैदान पर बनाई हैं उन्हें मैं हमेशा संजोकर रखूंगा। उन्होंने कहा कि 24 नंबर की जर्सी की काफी याद आएगी। बता दें फैज ने अंतिम रणजी मुकाबला हरियाणा के खिलाफ खेला था। जिसमें उनके साथी खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ हॉनर दिया था। हालांकि वह अपनी आखिरी पारी में कोई बड़ा प्रभाव छोड़ने में विफल रहे थे। वह अपनी आखिरी फर्स्ट क्लास पारी में खाता खोले बिना ही पवेलियन लौट गए।
धोनी की कप्तानी में किया था भारत के लिए डेब्यू
फैज फजल ने भारत के लिए वनडे डेब्यू 2016 में जिम्बाब्वे के लिए किया था। जिसमें इस सलामी बल्लेबाज ने करियर के पहले मैच में ही अपराजित अर्धशतक लगाया था। उन्होंने केएल राहुल के साथ पारी की शुरुआत करते हुए 61 गेंदों पर 55 रन की बेहतरीन पारी खेली थी। मगर इसके बाद उन्हें फिर भारतीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिला। फैज का रिकॉर्ड फर्स्ट क्लास क्रिकेट में काफी कमाल का रहा है। उन्होंने 137 फर्स्ट क्लास मैचों में 9183 रन बनाए थे। इस दौरान उनका औसत 41.36 का रहा था। फैज ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 24 शतक और 39 अर्धशतक भी लगाए थे। वहीं 113 लिस्ट-ए मैचों में उन्होंने 3641 रन भी बनाए थे। जिसमें उन्होंने 10 शतक और 22 अर्धशतकीय पारियां खेली थीं।