Concussion Substitute: पुणे में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 15 रन से हरा दिया है। इस मैच में जीत हासिल करने के बाद टीम इंडिया ने सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली है। इस मैच में टीम इंडिया ने आईसीसी के कंकशन रूल का इस्तेमाल किया था। इस नियम की वजह से टीम ने हर्षित राणा को दूसरी पारी में शिवम दुबे के स्थान पर सब्स्टीट्यूट प्लेयर के रूप में उतारा था। इंग्लैंड की टीम और उनके फैंस इस फैसले से खुश नजर नहीं आ रहे हैं। आइये जानते हैं कि कन्कशन रूल क्या होता है:
जानें कन्कशन सब्सटीट्यूट नियम क्या हैं?
आईसीसी के नियम के अनुसार, धारा 1.2.7.3 में कहा गया है कि मैच रेफरी को कन्कशन रिप्लेसमेंट अनुरोध को स्वीकार करना चाहिए, यदि रिप्लेसमेंट एक तरह के खिलाड़ी हैं, जिसके शामिल होने से मैच के शेष भाग में उसकी टीम को अधिक लाभ नहीं होगा।"
उप-अनुभाग 1.2.7.4 और 1.2.7.5 के अनुसार, "यह आकलन किया जाना चाहिए कि क्या नामित कन्कशन रिप्लेसमेंट को समान खिलाड़ी माना जाना चाहिए। ICC मैच रेफरी को इस बात पर विचार करना चाहिए कि मैच के बचे हुए समय में कन्कशन वाले खिलाड़ी ने क्या भूमिका निभाई होगी।
इसमें आगे कहा गया है, "यदि आईसीसी मैच रेफरी का मानना है कि नामित कन्कशन रिप्लेसमेंट को उनकी सामान्य भूमिका निभाते समय शामिल करने से उनकी टीम को अत्यधिक लाभ होगा, तो आईसीसी मैच रेफरी कन्कशन रिप्लेसमेंट की पहचान और भागीदारी पर कुछ शर्तें लगा सकता है।
राणा ने बदल दिया मैच का रुख
शिवम दुबे को इस मैच में मौका मिला था। उन्होंने इस मुकाबले में 34 गेंदों में 53 रन बनाए। हालांकि पारी खत्म होने से पहले उन्हें सिर पर बाउंसर लग गई थी। जिसके बाद उनके कंकशन रिप्लेसमेंट के रूप में हर्षित राणा को मौका मिला था। राणा ने 33 रन देकर 3 विकेट लिए। उन्होंने टीम इंडिया की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।