Vijay Hazare Trophy 2024-25: भारत के युवा बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल का घरेलू क्रिकेट में पागलपन देखने को मिल रहा है, जहां इस बल्लेबाज ने शतक पर शतक जड़कर कोहराम मचा दिया है। उन्होंने अब विजय हजारे ट्रॉफी में बड़ौदा के खिलाफ शतकीय पारी खेलते हुए अपना जलवा दिखाया। उन्होंने कर्नाटक के लिए ओपन करते हुए टूर्नामेंट में अपने पहले ही मैच में शतक जड़ डाला। उनके लिस्ट ए करियर पर नजर दौड़ाई जाए तो यह हैरान करता है।
पडीक्कल ने अब तक अपने लिस्ट ए करियर में सिर्फ 30 पारियां खेली हैं। हैरानी वाली बात यह है कि उन्होंने इतने कम मैचों में ही नौ शतक जड़ डाले हैं। यही नहीं, उन्होंने इस दौरान 11 फिफ्टी भी जड़ी हैं। वडोदरा में बड़ौदा के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कर्नाटक ने कप्तान मयंक अग्रवाल का विकेट जल्दी गंवा दिया, जहां वो सिर्फ छह रन ही बना सके। लेकिन इसके बाद पडीक्कल ने अनीश केवी के साथ पारी को संभालते हुए दूसरे विकेट के लिए 133 रनों की साझेदारी की।
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102 रन बनाकर आउट हुए पडीक्कल
ये साझेदारी 28वें ओवर तक चली। बाद में अनीश को राज लिम्बानी ने पवेलियन भेज दिया। उनकी पारी में एक छक्का और चार चौके शामिल थे। उनके आउट होने के बाद जल्द ही देवदत्त ने अपना शतक पूरा कर लिया। उन्होंने अपनी पारी में 99 गेंदों का सामना किया और दो छक्के और 15 चौके लगाए। टीम के रनों की गति बढ़ाने के चक्कर में पड़ीक्कल 102 रन बनाकर आउट हुए, जहां उन्हें भी राज लिम्बानी ने ही अपना शिकार बनाया।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट खेले थे पडीक्कल
देवदत पांच मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में सिर्फ पर्थ टेस्ट में खेले थे। इस खिलाड़ी ने पहली पारी में 23 गेंदों का सामना किया और बिना कोई रन बनाए जोश हेजलवुड की गेंद पर आउट हो गए। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज दूसरी पारी में 25 रन बनाकर पवेलियन लौटा। उन्होंने इतने रन बनाने के लिए 71 गेंदें खेलीं। अगले मैच में शुभमन गिल की वापसी के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया।
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