TrendingAyodhya Ram MandirDharmendra & Hema MaliniBigg Boss 19Gold Price

---विज्ञापन---

Ranji Trophy: किंग कोहली के ‘चमत्कार’ से ही होगा दिल्ली का बेड़ा पार, राहुल के भरोसे होगी कर्नाटक की नैया पार

विराट कोहली 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए दिखाई देंगे। कोहली के बल्ले से रन निकलना दिल्ली टीम के लिए भी काफी अहम होगा।

Virat Kohli
Virat Kohli KL Rahul Ranji Trophy: 30 जनवरी की तारीख का भारतीय क्रिकेट फैन्स बेसब्री से इंतजार है। विराट कोहली 12 साल बाद रणजी के रण में उतरने जा रहे हैं। दिल्ली के अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में कोहली की एक झलक पाने के लिए फैन्स अभी से बेकरार हैं। कोहली के साथ-साथ कर्नाटक की तरफ से केएल राहुल भी रंग जमाते हुए नजर आएंगे। विराट-राहुल अपनी खोई हुई फॉर्म को तलाशने के इरादे से मैदान पर उतरेंगे। कोहली और राहुल के बल्ले से निकलने वाले रनों पर दिल्ली-कर्नाटक की किस्मत भी निर्भर करेगी। दोनों ही टीमों के लिए क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिहाज से यह मुकाबला काफी अहम है।

कर्नाटक के लिए जीत जरूरी

केएल राहुल कर्नाटक की ओर से जिस मुकाबले में मैदान पर उतरने वाले हैं, वो मैच टीम के लिए करो या मरो वाला होगा। कर्नाटक को अगर क्वार्टर फाइनल का टिकट हासिल करना है, तो टीम को हरियाणा के खिलाफ हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। कर्नाटक को क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए हरियाणा के खिलाफ जीत तो चाहिए ही होगी, इसके साथ ही टीम को यह दुआ भी करनी होगी कि केरल बिहार के खिलाफ होना वाले मैच का अंत ड्रॉ के रूप में हो। यही वजह है कि कर्नाटक को टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज से इस मुकाबले में धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी।

कोहली की दिल्ली की राह मुश्किल

दिल्ली के लिए क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की राह आसान नहीं है। टीम को धमाकेदार जीत के साथ-साथ किस्मत का भी साथ चाहिए होगा। दिल्ली के अभी कुल 14 पॉइंट हैं और रेलवे के खिलाफ टीम को बड़ी जीत की दरकार है। दिल्ली को अगर क्वार्टर फाइनल की रेस में बने रहना है, तो रेलवे के खिलाफ बोनस पॉइंट भी अर्जित करना होगा। यानी टीम को एक पारी या फिर 10 विकेट से जीत दर्ज करनी होगी। दिल्ली के फैन्स यहीं उम्मीद करेंगे कि कोहली इस मुकाबले में करिश्माई प्रदर्शन करते हुए टीम की उम्मीदों को बरकरार रखें। जीत के साथ-साथ दिल्ली को यह दुआ भी करनी होगी कि चंड़ीगढ़ छत्तीसगढ़ के खिलाफ अपना मैच हार जाए, जबकि असम सौराष्ट्र को धूल चटा दें। वहीं, झारखंड भी तमिलनाडु के खिलाफ चारों खाने चित हो जाए।


Topics: