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DPL 2025: जिंदगी की जंग जीतने के बाद अब गेंदबाजों के छक्के छुड़ा रहा युवा बैटर, बल्ले से निकली एक और फिफ्टी

Yash Dhull: यश के दिल में छेद होने की जब खबर सामने आई थी, तो हर किसी को इस उभरते हुए यंग क्रिकेटर का करियर खत्म ही नजर आ रहा था। मगर यश तो मन में कुछ और ही ठाने बैठे थे।

Yash Dhull

Yash Dhull: 'मन के जीते जीत है, मन के हारे हार, हार गए जो बिन लड़े, उन पर है धिक्कार।' यह लाइनें यश ढुल पर एकदम सटीक बैठती है। यश के दिल में छेद होने की जब खबर सामने आई थी, तो हर किसी को इस उभरते हुए यंग क्रिकेटर का करियर खत्म ही नजर आ रहा था। मगर यश तो मन में कुछ और ही ठाने बैठे थे।

हार्ट की सर्जरी कराकर जिंदगी की जंग जीतने के बाद यश अब 22 गज की पिच पर भी हर चैलेंज का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। दिल्ली प्रीमियर लीग 2025 का दूसरा सीजन में यश सुपरस्टार बनकर चमके हैं। एक के बाद एक शानदार पारी यश के बल्ले से निकल रही है। पुरानी दिल्ली 6 के खिलाफ खेले गए मुकाबले में भी यश ने अपनी आतिशी बैटिंग से हर किसी का दिल जीत लिया।

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फिर चला यश का बल्ला

दिल्ली प्रीमियर लीग 2025 के 35वें मैच में यश ढुल का बल्ला जमकर बोला। टीम की ओर से पारी का आगाज करने उतरे यश को अपने सलामी जोड़ीदार कौशल का साथ ज्यादा देर तक नहीं मिल सका और कौशल सिर्फ 5 रन बनाकर चलते बने। इसके बाद युगल सेनी के साथ मिलकर यश ने अर्धशतकीय साझेदारी निभाई। यश की बल्लेबाजी में सूझबूझ के साथ अटैकिंग अप्रोच भी नजर आई। 37 गेंदों की अपनी इनिंग में यश ने 53 रन जड़े। इस पारी के दौरान उन्होंने 5 चौके और 2 सिक्स जमाए।

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कमाल का गुजरा है सीजन

यश के लिए डीपीएल का यह सीजन अब तक कमाल का गुजरा है। इस साल खेले 7 मैचों में यश 95 के बेमिसाल औसत से खेलते हुए 382 रन ठोक चुके हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यश ने 171 के स्ट्राइक रेट के साथ खेलते हुए गेंदबाजों की खबर ली है। यानी उनकी बैटिंग में पहले के मुकाबले और ज्यादा निखार आया है। यश के बल्ले से इस सीजन अभी तक 48 चौके और 16 सिक्स निकल चुके हैं। वह दिल्ली प्रीमियर लीग 2025 में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर काबिज हैं।

हार्ट सर्जरी से गुजरे थे यश

यश ढुल को पिछले साल पता चला था कि उनके दिल में 17 मिलीमीटर का छेद है और इसका इलाज सिर्फ सर्जरी से ही हो सकता है। यश को मजबूरी में ही सही, लेकिन सर्जरी से गुजरना पड़ा था। सर्जरी के बाद यश कई दिनों तक बिस्तर पर से भी नहीं उठ पाए थे। हालांकि, यश ने हार नहीं मानी और पहले अपने वक्त के साथ लड़ाई लड़ी और अब मैदान पर लगातार खुद को साबित करके दिखा रहे हैं।


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