नई दिल्ली: भारतीय टीम को एक बार फिर आईसीसी ट्रॉफी के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। रविवार को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया ने 209 रनों से करारी हार थमाई। इस हार के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। टेस्ट के नंबर-1 स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को इस खिताबी मुकाबले में प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया। जबकि कप्तान और कोच के कई फैसले टीम के पक्ष में नहीं गए। इस करारी हार के बाद दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कई सवाल खड़े किए हैं।
अश्विन को बाहर रखने का फैसला समझ से परे
उन्होंने ट्वीट कर कहा- WTC Final जीतने पर टीम ऑस्ट्रेलिया को बधाई। स्टीव स्मिथ और ट्रैविस हैड ने खेल को अपने पक्ष में करने के लिए पहले ही दिन ठोस नींव रख दी। भारत को खेल में बने रहने के लिए पहली पारी में बड़ी बल्लेबाजी करनी थी, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। टीम इंडिया के लिए कुछ अच्छे पल थे, लेकिन मैं अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखने की वजह नहीं समझ पा रहा हूं, जो इस समय दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज हैं।
कुशल स्पिनर हमेशा टर्निंग ट्रैक पर भरोसा नहीं करते
तेंदुलकर ने आगे कहा- जैसा कि मैंने मैच से पहले उल्लेख किया था, कुशल स्पिनर हमेशा टर्निंग ट्रैक पर भरोसा नहीं करते। वे अपनी विविधताओं को छिपाने के लिए हवा में बहाव और सतह का उपयोग करते हैं। यह नहीं भूलना चाहिए कि ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष 8 बल्लेबाजों में से 5 बाएं हाथ के बल्लेबाज थे।
दरअसल, तेंदुलकर के ये सवाल इसलिए जायज हैं क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के पास 5 बाएं हाथ के बल्लेबाज थे। जिनके खिलाफ अश्विन बेहतर साबित होते। दूसरा पिच पर नाथन लायन जैसे गेंदबाज को दूसरी पारी में मदद मिली। उन्होंने दूसरी पारी में चार विकेट चटकाए। अश्विन को बाहर रखने पर पहले ही दिन से सवाल उठाए जा रहे थे।