IND vs WI 2nd Test: भारत और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच दिल्ली के अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है. टॉस जीतकर भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है. यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन का बल्ला जमकर बोल रहा है और टेस्ट के पहले दिन कैरेबियाई टीम पूरी तरह से बैकफुट पर दिखाई दे रही है. हालांकि, दूसरे टेस्ट के पहले दिन कैरेबियाई टीम अपने हाथों पर काली पट्टी पहनकर मैदान पर उतरी है. क्या है इसके पीछे की वजह आइए आपको बताते हैं.
क्यों काली पट्टी पहनकर उतरी है कैरेबियाई टीम
दरअसल, वेस्टइंडीज के दिग्गज प्लेयर रहे बर्नाडे जूलियन का इसी हफ्ते निधन हो गया था. जूलियन 1975 में पहला विश्व कप जीतने वाले कैरेबियाई टीम का हिस्सा रहे थे. उन्हीं को श्रद्धांजलि देने के लिए कैरेबियाई टीम दूसरे टेस्ट में अपने हाथों पर काली पट्टी पहनकर ग्राउंड पर उतरी है. वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान जारी करते हुए बताया, "वेस्टइंडीज टीम के सभी खिलाड़ी दूसरे टेस्ट के पहले दिन हाथों में काली पट्टी बांधकर बर्नाडे जूलियन को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, जिनका पिछले हफ्ते निधन हो गया था."
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बैकफुट पर कैरेबियाई टीम
वेस्टइंडीज की टीम दूसरे टेस्ट में पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आ रही है. यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने मिलकर टीम इंडिया को शानदार शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 58 रन जोड़े. राहुल 38 रन बनाकर आउट हुए. हालांकि, इसके बाद यशस्वी को साई सुदर्शन के रूप में कमाल का जोड़ीदार मिला. खबर लिखे जाने तक दोनों के बीच अब तक 186 रनों की पार्टनरशिप हो चुकी है.
यशस्वी ने अपने टेस्ट करियर का सातवां शतक महज 23 साल में उम्र में ठोक डाला है. वहीं, सुदर्शन भी अपने पहले टेस्ट शतक के बेहद करीब हैं. यशस्वी ने इस सेंचुरी के साथ ही रवि शास्त्री और दिलीप वेंगसरकर को पीछे छोड़ा. 23 साल की उम्र में भारत की तरफ से सर्वाधिक सेंचुरी लगाने के मामले में यशस्वी से आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर हैं, जिन्होंने 11 शतक जमाए थे.