ACC Asia cup: टी20 एशिया कप के अब तक सिर्फ 2 संस्करण ही खेले गए हैं। साल 2016 और 2022 के बाद 2025 में एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला जाएगा। अब तक खेले 2 टी20 फॉर्मेट के संस्करण में बल्ले के साथ 1 ही खिलाड़ी का दबदबा रहा है। वहीं गेंद के साथ 2 खिलाड़ियों ने अपना प्रभाव छोड़ा है। इन 3 खिलाड़ियों ने टीम इंडिया के लिए एशिया कप के टी20 संस्करण में टीम इंडिया की इज्जत बचाई है। इन तीनों खिलाड़ियों के बारे में हम आपको बताने वाले हैं।
बल्ले के साथ किंग ने बिखेरा है जलवा
एशिया कप टी20 संस्करण 2016 में टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज विराट कोहली रहे थे। उन्होंने 5 मैचों की 4 पारियों में 76.50 की औसत से 153 रन बनाए थे। कोहली ने इस संस्करण में 2 बार टीम इंडिया को हराने से बचाया था। वहीं साल 2022 के एशिया कप में भी टीम इंडिया के टॉप स्कोरर विराट कोहली ही थे। दूसरे संस्करण में कोहली ने 5 मैचों की पांच पारियों में 92 की औसत से 276 रन बनाए थे। जिसमें 1 शानदार शतक भी शामिल था। हालांकि उसके बाद भी टीम इंडिया फाइनल में जगह भी नहीं बना सकी थी।
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गेंद के साथ इन 2 खिलाड़ियों ने किया है प्रभावित
गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार ने सबसे ज्यादा प्रभाव डाला है। भुवनेश्वर कुमार ने 2016 के संस्करण में सिर्फ 1 मैच ही खेला था। जिसमें उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 8 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किया था। जिसके बाद साल 2022 के संस्करण में भुवनेश्वर कुमार ने 5 मैचों में कुल 11 विकेट अपने नाम किया था। जिसके कारण ही उनके नाम 6 मैचों में 13 विकेट हैं। वहीं तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने दोनों संस्करण में गेंद और बल्ले दोनों के साथ प्रभाव डाला है। पांड्या ने 11 विकेट लेने के साथ अहम मौकों पर रन भी बनाए हैं।
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