Riyan Parag: देवधर ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने वाले 21 साल के खिलाड़ी रियान पराग को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया है। उन्होंने 5 मुकाबलों में 88 की औसत से 354 रन बनाए, साथ ही 19 की औसत से गेंदबाजी करते हुए 11 विकेट हासिल किए। हालांकि उन्हें आईपीएल में खराब प्रदर्शन करने के बाद ट्रोलिंग का भी सामना करना पड़ा था। हालांकि अब उन्होंने इन सब बातों पर चुप्पी तोड़ी है।
लोगों को मेरे च्युंगम चबाने से भी दिक्कत
पराग ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा- लोगों को मेरे च्युंगम चबाने से दिक्कत है। यदि मेरा कॉलर ऊपर है तो यह भी एक समस्या है। मैं कैच लेने के बाद जश्न मनाता हूं, तो इससे भी दिक्कत है। उन्हें मेरे खाली समय में गेमिंग और गोल्फ खेलने से भी दिक्कत होती है। मुझे अंदाजा है कि लोग मुझसे नफरत क्यों करते हैं। आपको क्रिकेट कैसे खेलना चाहिए इसके बारे में एक रूल बुक है। टी-शर्ट को अंदर, कॉलर को नीचे रखना चाहिए। सभी को सम्मान देना चाहिए और किसी को स्लेज नहीं करना चाहिए। मैं इसके बिल्कुल विपरीत हूं।
'ट्रोल-इम्यूनिटी' विकसित हो गई है
पराग ने आगे कहा- मैंने क्रिकेट खेलना इसलिए शुरू किया क्योंकि यह मजेदार है। मैं मजे के लिए क्रिकेट खेल रहा हूं। लोग इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि मैं इतने बड़े स्तर पर कैसे खेल रहा हूं। पराग ने आगे ये भी बताया कि इस ट्रोलिंग से कई बार उनकी मां को भी परेशानी हुई। तब मैंने उनसे कहा कि चाहे मैं अच्छा करूं या बुरा, यह तो होगा ही। मैंने उससे इंस्टाग्राम और फेसबुक से दूर रहने को कहा है। हालांकि, पिता इन सब बातों को समझते हैं। पराग ने आगे कहा कि उनमें 'ट्रोल-इम्यूनिटी' विकसित हो गई है। मैंने इन सबके बारे में सोचना बंद कर दिया है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप क्या करते हैं, लोगों को मुझसे समस्या होगी।
कोहली से मिली सलाह
रियान पराग ने खुलासा किया कि आईपीएल में कठिन समय के दौरान उन्होंने अपने आदर्श विराट कोहली से सलाह मिली। मैं पूरी बात नहीं बता पाऊंगा, लेकिन उन्होंने मुझसे कहा, 'जो चीज आधे साल तक कारगर रही, वह कुछ असफलताओं के बाद गलत नहीं हो सकती।
आईपीएल में होता यह है कि टूर्नामेंट इतनी तेजी से आगे बढ़ता है कि दो मैचों में असफल होने के बाद आप खुद से सवाल करने लगते हैं। हर कोई गलतियां करता है और मैंने उनमें से बहुत सारी गलतियां की हैं। उन्होंने आगे कहा, "वह मुझसे कह रहे थे कि रियलिटी चेक करो और स्वीकार करो कि यह एक बुरा दौर है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको उस प्रक्रिया को बदलने की जरूरत है जो आपके लिए काम कर रही है।" रियान पराग भविष्य में एक बेहतर फिनिशर भी बनना चाहते हैं।