Ranji Trophy 2024, Bihar Team Controversies: रणजी ट्रॉफी 2024 का आगाज हो चुका है। 5 जनवरी से पहले राउंड के मुकाबलों की शुरुआत हुई। पहले दिन शुरू हुए मुकाबलों में से एक मैच था मुंबई और बिहार का। इस मैच में बड़ा विवाद तब खड़ा हुआ जब मुंबई के खिलाफ खेलने के लिए बिहार की दो टीमें मैदान पर उतरीं। इसकी मुख्य वजह थी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के अध्यक्ष राकेश तिवारी और कथित तौर पर निलंबित सचिव अमित कुमार के बीच विवाद।
बीसीए अधिकारी का सिर फोड़ा
यह विवाद इतना बढ़ गया कि एक टीम के खिलाड़ियों ने बवाल खड़ा कर दिया और बीसीए के ओएसडी पर हमला भी हो गया। ओएसडी का सिर फटने की भी जानकारी सामने आई। इसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा है। अगर इस विवाद की बात करें तो 5 जनवरी को शुरू हुए मैच से एक दिन पहले ही बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने अपनी प्रेस रिलीज जारी की थी और अमित कुमार को निलंबित सचिव बताया था। फिलहाल अंत में अध्यक्ष द्वारा चुनी गई टीम ही मैदान पर खेलने उतरी।
क्या था पूरा मामला?
बीसीए की रिलीज में लिखा गया,'रणजी मैच के लिए बीसीए से बर्खास्त किए जा चुके पूर्व सचिव अमित कुमार ने अपनी एक अलग टीम की घोषणा की है जो अवैध है।' इसमें ये भी लिखा गया कि अमित कुमार और उनके सहयोगियों के खिलाफ लगातार अवैध कार्यों में लिप्त होने के कारण पाटलीपुत्र (पटना) थाने में एफआईआर दर्ज है। इतना ही नहीं यह भी लिखा गया कि अमित कुमार खुद को सचिव बता कर लगातार लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इसलिए जो भी क्रिकेटर या क्रिकेट से जुड़े लोग अमित कुमार के साथ बीसीए के खिलाफ किसी गिविधि में पाए जाएंगे तो सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
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इस विवाद के चलते ही सचिव और अध्यक्ष ने अपनी-अपनी अलग-अलग टीमों को मुंबई के खिलाफ उतार दिया। जब स्टेडियम में दो टीमें पहुंची तो बवाल मचना लाजिमी था। फिर क्या विवाद खड़ा हो गया वो सबके सामने है। उसके बाद पुलिस की भी मैदान में एंट्री हो गई। अंत में अध्यक्ष की टीम मैदान पर उतरी। अध्यक्ष की टीम में भी एक कथित तौर पर 12 वर्षीय खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी का नाम था। इसके बाद वैभव की उम्र को भी फर्जी बताया जाने लगा और इसके ऊपर एक नया विवाद खड़ा हो गया।