नई दिल्ली: पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) ड्राफ्ट के तहत गुरुवार को खिलाड़ियों की खरीद की गई। हालांकि इस आयोजन से पहले पीएसएल को लेकर बवाल मच गया। पेशावर जाल्मी फ्रेंचाइजी के मालिक जावेद अफरीदी ने मौन विरोध करने का फैसला किया। वे कराची में निर्धारित पीएसएल 8 ड्राफ्ट में शामिल नहीं हुए।
गवर्निंग काउंसिल की बैठक में भी शामिल नहीं होंगे जावेद
दरअसल, पिछले हफ्ते रमीज राजा और फैसल हननैन ने कहा था कि faisal hasnainविदेशी टीमों और खिलाड़ियों के पीएसएल और अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए पेशावर की यात्रा पर रोक लगा दी गई है। जाल्मी सूत्रों के मुताबिक, इससे पेशावर में क्रिकेट का माहौल बनाने के प्रयासों को झटका लगा है। बयानों ने शहर के बारे में भी नकारात्मक प्रभाव पैदा किया है।
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अपने रुख पर कायम रहे जावेद
अरबाब नियाज स्टेडियम वर्तमान में हाई-प्रोफाइल क्रिकेट मैचों की मेजबानी करने के इरादे से निर्माणाधीन है, जबकि यहां हयाताबाद क्रिकेट स्टेडियम भी निर्माणाधीन है। इसे पिछले हफ्ते पीसीबी को सौंप दिया गया था। इन अत्याधुनिक स्टेडियमों के निर्माण पर लगभग 4 बिलियन डॉलर खर्च किए गए हैं। पीसीबी अधिकारियों ने जावेद को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपने रुख पर कायम रहे। इस बीच जाल्मी ने इस बारे में कोई जवाब नहीं देने का विकल्प चुना है। निदेशक मोहम्मद अकरम सहित अन्य जालमी अधिकारी मसौदे में शामिल होंगे।
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