Jemimah Rodrigues burst into tears: आस्ट्रेलिया के खिलाफ 127 रन की अद्भुत पारी खेलते हुए भारत की जीत की हीरो बन चुकीं जेमिमा रोड्रिग्स मैच के बाद भावुक हो गईं और कप्तान हरमनप्रीत कौर के गले लिपट गईं. जेमिमा रोड्रिग्स ने अपने जीवन की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली और भारत को आईसीसी महिला विश्व कप 2025 के फाइनल में पहुंचाया, खचाखच भरे दर्शकों के सामने, 339 रनों के रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करते हुए जेमिमा रोड्रिग्स ने 127 रनों की पारी के लिए केवल 134 गेंदें खर्च कीं. जेमिमा रोड्रिग्स ने मैच के बाद भावुक होते हुए कहा कि पिछले वर्ल्ड कप में उन्हें आखिरी वक्त पर टीम से ड्रॉप कर दिया गया था, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दोबारा से अपनी गेम की बदौलत टीम में जगह बनाई.
मैच जीतने के बाद क्या बोलीं जेमिमा रोड्रिग्स
जेमिमा रोड्रिग्स ने मैच के बाद कहा कि. उन्हें नंबर 5 पर उतरना था, अचानक उन्हें नंबर तीन पर बैटिंग के लिए कहा गया. पहला विकेट शेफाली वर्मा के रूप में सस्ते में गिर चुका था. उन्होंने आराम से बैटिंग की, विकेट गिरे तो धैर्य बनाए रखा. गैप ढूंढ़े, स्ट्राइक रोटेट की और ढीली गेंदों को ही सिंगल-डबल में कनवर्ट किया. मुंबई में गेम खेलना हमेशा रोमांचक होता है. हर गेंद पर दर्शकों ने मेरा मनोबल बढ़ाया.
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वहीं, कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ दूसरे विकेट के लिए 167 रन से ज्यादा की साझेदारी ने भारत की जीत में अहम रोल अदा किया. जेमिमा रोड्रिग्स को इसी वजह से टीम का मजबूत बल्लेबाज माना जाता है.
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हॉकी के खेल को क्रेडिट देती हैं जेमिमा रोड्रिग्स
जेमिमा रोड्रिग्स दवाब में बेहतर खेल दिखाने का क्रैडिट हॉकी के खेल को देती हैं. क्रिकइन्फो से एक इंटरव्यू के दौरान जेमिमा ने कहा था कि दूसरे खेल भी उनकी फिटनेस को मजबूत रखने में मदद रखते हैं. हॉकी में बहुत दौड़ना पड़ता है, कलाई का बहुत अभ्यास होता है, जिससे उन्हें क्रिकेट खेलने में तो मदद मिलती ही है साथ ही, मानसिक रूप से आप दवाब में खेलने की ट्रेनिंग भी ले रहे होते हैं. हॉकी में हालात बेशक अलग सही, लेकिन दबाव वही होता है जो आपको क्रिकेट के खेल में झेलना पड़ता है.
क्रिकेट दिग्गजों से मिलीं बधाइयां
जेमिमा रोड्रिग्स की अद्भुत पारी की क्रिकेट जगत के दिग्गज खिलाड़ियों ने जमकर प्रशंसा की. पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफ़ान पठान ने ट्वीट किया, "जेमिमा रोड्रिग्स का यह शतक सदियों तक याद रहेगा. अब खेल खत्म करने की ज़रूरत है." पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा, "लड़कियों का प्रदर्शन अविश्वसनीय है... पिछले पांच वर्षों में वे कितनी अच्छी हो गई हैं... एक और उपलब्धि बाकी है... बस शानदार."