Duleep Trophy 2025: एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 के चौथे टेस्ट मैच के दौरान ऋषभ पंत चोटिल हो गए। इंजरी के कारण वो दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने की स्थिति में भी नहीं नजर आ रहे थे। हालांकि उसके बाद भी उन्हें रिप्लेसमेंट नहीं मिल सका। इस इंजरी से सबक लेकर बीसीसीआई ने बड़ा फैसला किया और घरेलू क्रिकेट में नया नियम लागू किया। जिसके मुताबिक अगर मैदान पर किसी खिलाड़ी को सीरियस इंजरी होती है, तो रिप्लेसमेंट मिलेगा। इस नियम का इस्तेमाल सबसे पहले दिलीप ट्रॉफी में हुआ है।
बीसीसीआई ने किया था नियम में बदलाव
मैदान पर खेलते हुए अगर किसी खिलाड़ी को इंजरी होती है, तो बीसीसीआई के नए नियम के मुताबिक रिप्लेसमेंट मिल सकता है। नए नियम में कहा गया है कि, ‘यदि किसी खिलाड़ी को संबंधित मैच के दौरान गंभीर चोट लगती है, तो निम्नलिखित परिस्थितियों में सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट की अनुमति दी जा सकती है। सीरियस इंजरी के दौरान और खंड 1.2.5.2 में वर्णित खेल क्षेत्र के भीतर लगी होनी चाहिए। चोट बाहरी झटके के कारण लगी होनी चाहिए और इसके परिणामस्वरूप फ्रैक्चर/गहरा कट/अव्यवस्था आदि हो सकती है। चोट के कारण खिलाड़ी मैच के शेष भाग के लिए अनुपलब्ध हो जाना चाहिए। अनुरोधित सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट की पहचान करें, जो गंभीर चोट से पीड़ित खिलाड़ी के जैसा ही रिप्लेसमेंट होगा।’
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महाराष्ट्र के खिलाड़ी का इतिहास में नाम हुआ दर्ज
दिलीप ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल 2 के दौरान वेस्ट जोन के विकेटकीपर हार्विक देसाई को रिपोर्ट्स के मुताबिक क्वाड्रिसेप्स की चोट लगी थी। जिसके कारण ही नए नियम के मुताबिक वेस्ट जोन को रिप्लेसमेंट खिलाड़ी भी मिला। सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट के रूप में महाराष्ट्र के विकेटकीपर बल्लेबाज सौरभ नवले को मौका मिला। इसी के साथ सौरभ क्रिकेट इतिहास के पहले सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट बनने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। हालांकि सौरभ दूसरी पारी में सिर्फ 9 रन बनाकर ही पवेलियन लौट गए।
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