ODI World Cup: इस साल के आखिर में भारत में वनडे विश्वकप आयोजित होगा। लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने से पहले जून-जुलाई में जिम्बाब्वे में वनडे विश्व कप के क्वालीफाइंग मैच आयोजित किए जाएंगे। लेकिन इन मैचों के लिए ICC ने बड़ा ऐलान किया है। जो गेंदबाज और बल्लेबाजों के लिए अहम साबित हो सकता है।
DRS का नहीं होगा इस्तेमाल
ICC ने ऐलान किया है कि वनडे विश्वकप के क्वालीफाइंग मैचों में डीआरएस प्रणाली लागू नहीं होगी, यानि अंपायर जो फैसला सुनाएगा उसे ही फाइनल फैसला माना जाएगा। बता दें कि इन मैचों से ही विश्वकप की फाइनल टीमें तय होगी।
हालांकि रन आउट के लिए डीआरएस की प्रणाली लागू रहेगी। आईसीसी ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से पुष्टि की है कि रन-आउट की निगरानी करने वाला एक तीसरा अंपायर होगा। जो इस बात को देखेगा कि रन आउट हुआ या नहीं। सभी मैचों में फील्ड अपांयर के अलावा केवल एक ही अपांयर होगा, सभी खेलों के लिए एक तीसरा अंपायर उपलब्ध होगा, लेकिन कोई अन्य समीक्षा उपकरण नहीं होगा, जैसे कि अल्ट्राएज या बॉल-ट्रैकिंग। यानि अपांयर का फैसला सर्वमान्य होगा।
बता दें कि वनडे विश्वकप के क्वालीफाइंग मैच 18 जून से 9 जुलाई के बीच होंगे। इस बार टूर्नामेंट में 10 टीमें खेलेगी। जिसमें से 8 टीमें सीधे एंट्री ले चुकी हैं। जबकि बाकि की दो टीमें क्वालीफाइंग मैचों के जरिए एंट्री करेंगी। ये सभी मैच जिम्बाब्वे में होंगे।