Hardik Pandya After Missing Fastest T20I Fifty for India: हार्दिक पांड्या ने अहमदाबाद में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 25 गेंदों में 63 रन बनाकर शानदार पारी खेली, जिससे भारत को 5 मैचों की सीरीज के आखिरी टी-20 इंटरनेशल में 30 रन से जीत मिली. उनकी इस पारी ने सीरीज को 3-1 के अंतर से जीतने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने सबसे छोटे इंटरनेशनल फॉर्मेट में किसी भारतीय की क्रिकेटर की तरफ से दूसरा सबसे तेज अर्धशतक लगाया, 16 गेंदों में ये मुकाम हासिल किया. वो महान युवराज सिंह के बाद दूसरे नंबर पर हैं, जिन्होंने 2007 में पहले आईसीसी मेंस टी20 वर्ल्ड कप के दौरान 12 गेंदों में ये करिश्मा किया था.
गेंदों के हिसाब से टी-20 इंटरनेशनल में भारत के लिए सबसे तेज फिफ्टी
12 - युवराज सिंह बनाम इंग्लैंड, डरबन, 2007 वर्ल्ड कप
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16 - हार्दिक पांड्या बनाम दक्षिण अफ्रीका, अहमदाबाद, 2025*
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17 - अभिषेक शर्मा बनाम इंग्लैंड, वानखेड़े, 2025
18 - केएल राहुल बनाम स्कॉटलैंड, दुबई, 2021
18 - सूर्यकुमार यादव बनाम दक्षिण अफ्रीका, गुवाहाटी, 2022
'मैं चूक गया, लेकिन यूवी पाजी के लिए खुश हूं'
मैच के बाद प्रेजेंटेशन में, प्लेयर ऑफ द मैच हार्दिक ने अपने इस माइलस्टोन के बारे में बात की और कहा, 'नहीं, मुझे सच में नहीं पता था (कि उन्होंने भारत के लिए दूसरी सबसे तेज फिफ्टी बनाई है), जब तक मैं आउट होकर वापस नहीं आया. हमारे सोशल मीडिया वालों ने मुझे बताया कि मैं दूसरा सबसे तेज खिलाड़ी हूं. मेरा पहला रिएक्शन था, ‘अरे, मैं टॉप स्पॉट से चूक गया!’ लेकिन खुशी है कि युवी पाजी के पास वो रिकॉर्ड है.' हार्दिक पांड्या ने तिलक वर्मा के साथ 44 गेंदों में 105 रनों की पार्टनरशिप की, जो भारत के 231 रनों के टोटल की बेस बनी. उनकी शानदार पारी में 5 चौके और 5 छक्के शामिल थे, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 252 था.
खुद पर भरोसा
पांड्या ने आगे कहा, 'आज मुझे बस ऐसा महसूस हुआ, मैंने असल में अपने पार्टनर को पहले ही बता दिया था कि मैं पहली गेंद पर ही आगे बढ़कर छक्का मारने की कोशिश करूंगा. मुझे भरोसा था कि ये हो जाएगा, सिचुएशन मेरे स्टाइल के हिसाब से थी; मैंने खुद पर भरोसा किया और यह काम कर गया. मैंने सोच-समझकर रिस्क लिया और शुक्र है कि ये मेरे फेवर में गया. मुझे हमेशा चैलेंज पसंद आया है, चाहे आपको कितनी भी मुश्किलों का सामना करना पड़े, टारगेट होता है कि मजबूत होकर वापस आना, बेहतर बनना और बड़ा असर डालना. जब सब कुछ एक साथ होता है, तो अच्छा लगता है, लेकिन यह सफ़र जारी है, तैयारी, प्लानिंग, कड़ी मेहनत कभी नहीं रुकती.'