नई दिल्ली: एशेज सीरीज 2023 के तहत दूसरे मैच का आगाज अलग अंदाज में हु़आ है। इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान में ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे मुकाबले में अचानक आंदोलन कर रहे युवा घुस गए। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई, लेकिन इंग्लिश विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो ने ऐसा काम किया कि हर कोई दंग रह गया।
बेयरस्टो अचानक घुसे प्रदर्शनकारी को उठाकर ले भागे। वे उसे मैदान और खिलाड़ियों से दूर ले जा रहे थे ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। बेयरस्टो की ये कीपिंग क्रिकेट के गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है। भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी इस पर रिएक्ट किया है। अश्विन ने बेयरस्टो का वीडियो ट्वीट कर कहा- दूसरे टेस्ट की अच्छी शुरुआत, बेयरस्टो पहले ही कुछ भारी काम कर चुके हैं। दरअसल, बेयरस्टो ने पिछले साल सैम कुरेन को जिम सेशन के दौरान पीठ पर उठा लिया था। जिससे दोनों खिलाड़ियों को कुछ चोट लग गई थी। अश्विन इसे ही याद दिलाना चाह रहे थे।
क्या है पूरा मामला
इंग्लैंड में इन दिनों 'ऑयल प्रोटेस्ट' चल रहा है। ब्रिटेन में जस्ट ऑयल नाम के एक ग्रुप द्वारा सरकार की नई तेल, गैस और कोयला नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी विरोध प्रदर्शन के तहत एशेज और WTC Final से पहले पिच को खराब करने की संभावनाएं सामने सामने आई थीं।
इसी के तहत लॉर्ड्स में दूसरे एशेज टेस्ट की सुबह 'जस्ट स्टॉप ऑयल' के दो प्रदर्शनकारी नारंगी पाउडर का पेंट लेकर पिच की ओर दौड़ पड़े, लेकिन खिलाड़ियों और सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा उन्हें स्ट्रिप तक पहुंचने से रोक दिया गया। इन प्रदर्शनकारियों ने जस्ट स्टॉप ऑयल टी-शर्ट पहन रखी थी और वे ग्रैंडस्टैंड से सुरक्षा को पार करते हुए पिच की ओर घुसे। हालांकि एक को बेन स्टोक्स और डेविड वॉर्नर ने मिलकर स्ट्रिप तक पहुंचने से रोका जबकि दूसरे को जॉनी बेयरस्टो ने उठाकर पिच से बाहर कर दिया था, फिर पुलिस उसे ले गई। इसके बाद ग्राउंड स्टाफ ने पिच के पास पड़े ऑयल को साफ किया।
कई मैचों को कर चुके हैं बाधित
'जस्ट स्टॉप ऑयल' पर्यावरण के लिए काम कर रहे समूहों का एक संगठन है, जिसने पिछले 18 महीनों में यूके में प्रीमियर लीग फुटबॉल मैचों, रग्बी यूनियन के प्रीमियरशिप के फाइनल और विश्व स्नूकर चैम्पियनशिप सहित कई हाई-प्रोफाइल खेल आयोजनों को बाधित किया है। जस्ट स्टॉप ऑयल के प्रवक्ता का कहना है कि क्रिकेट हमारी राष्ट्रीय विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन हम इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया का आनंद कैसे ले सकते हैं जब क्रिकेट की अधिकांश दुनिया मनुष्यों के रहने के लिए अनुपयुक्त होती जा रही है?