Amit Mishra Retirement: टीम इंडिया के पूर्व लेग स्पिन गेंदबाज अमित मिश्रा ने इंटरनेशनल क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। अमित ने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लंबा पोस्ट लिखते हुए रिटायरमेंट का ऐलान किया।
हालांकि, संन्यास लेने के बाद अमित का दर्द छलक पड़ा है। उनका कहना है कि अगर वह 5 साल तक टीम से ड्रॉप नहीं हुए होते, तो स्पिन गेंदबाज का करियर काफी शानदार होता। अमित ने भारत की ओर से कुल 22 टेस्ट, 36 वनडे और 10 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले।
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संन्यास के बाद क्या बोले अमित मिश्रा?
अमित मिश्रा ने एएनआई के साथ बातचीत करते हुए कहा, "मेरे डेब्यू के बाद मेरे करियर में पांच साल का गेप रहा। अगर यह गेप नहीं हुआ होता, तो शायद मैं और ज्यादा मैच खेलता। मैंने 2003 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था। इसके बाद 5 साल तक मुझे टीम में जगह नहीं मिली। मैं भारतीय टीम में 5 साल तक कमबैक नहीं कर सका। मैं अच्छा प्रदर्शन और सबकुछ कर रहा था। हालांकि, मुझे इस बात का कोई दुख नहीं है। मैं बस यह कहना चाहता हूं कि अगर मैंने 2 से 3 साल के अंदर वापसी की होती, तो मैं ज्यादा मैच खेलकर बेहतर प्रदर्शन कर पाता। सिर्फ इसी बात का मुझे अफसोस है।"
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डिप्रेशन में चले गए थे अमित
अमित मिश्रा ने स्वीकार किया कि वह एक समय पर डिप्रेशन का शिकार हो गए थे। उन्होंने बताया, "हां ऐसा हुआ था, लेकिन मुझे इसका कोई अफसोस नहीं है। मुझे जब भी मौका मिला मैंने अपना 100 प्रतिशत दिया। मैंने हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने पर फोकस किया। हालांकि, मैं एक से डेढ़ साल तक डिप्रेशन में रहा। मैं काफी गुस्सा था। मैं अच्छा प्रदर्शन कर रहा था। उस समय पर मेरा दायरा काफी कम हो गया था। हालांकि, एक से दो साल बाद मैंने खुद से बातचीत की। मैंने खुद से कहा कि मुझे क्रिकेट खेलना है। मैं कैसे अपने क्रिकेट में सुधार कर सकता हूं और इसके साथ ही मैं और क्या स्किल्स को जोड़ सकता हूं इस पर मैंने फोकस करना शुरू किया। ऐसे में एक इंसान जो क्रिकेट से प्यार करता है वो डिप्रेशन में नहीं जा सकता है।"