Ajinkya Rahane PBKS vs KKR: 112 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए केकेआर की टीम 7 रन के स्कोर पर दो विकेट गंवा चुकी थी। कप्तान अजिंक्य रहाणे क्रीज पर उतरे और उन्होंने अंगकृष रघुवंशी के साथ मिलकर टीम की पारी को संभाल लिया। रहाणे और रघुवंशी ने तीसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी जमाई और 7/2 से स्कोर अब 62/2 तक पहुंच गया। कप्तान श्रेयस अय्यर ने मैच में वापसी करने की चाहत में युजवेंद्र चहल के हाथों में गेंद थमाई। चहल की एक गेंद को रहाणे ने स्वीप करने का प्रयास किया और बॉल उनके पैड पर आकर लगी। चहल और पंजाब किंग्स ने जोरदार अपील की और अंपायर ने उंगली खड़ी कर दी।
हर किसी को उम्मीद थी कि कप्तान रहाणे अपना विकेट बचाने के लिए रिव्यू लेंगे। रहाणे अंगकृष रघुवंशी के पास गए और उनसे डीआरएस पर विचार किया। इधर रिव्यू लेने का समय च्रक चालू था। विचार-विमर्श करने के बाद रहाणे पवेलियन की ओर चल पड़े। यानी उन्होंने डीआरएस लेना जरूरी नहीं समझा। बस यहीं रहाणे बड़ी चूक गए, जिसने केकेआर की जीत को हार में तब्दील कर डाला।
रहाणे की गलती पड़ी भारी
रहाणे के विकेट का जब रिप्ले दिखाया गया, तो गेंद ऑफ साइड के बाहर पिच होती हुई नजर आई। रहाणे और केकेआर खेमे ने रिप्ले देखकर माथा पकड़ लिया। रहाणे अगर रिव्यू का इस्तेमाल करते, तो शायद मैच का नतीजा डिफेंडिंग चैंपियन के पक्ष में आ सकता था। अब अगर अंगकृष रघुवंशी भी रहाणे को रिव्यू लेने की सलाह दे देते तो भी मैच को पंजाब किंग्स के पक्ष में जाने से रोका जा सकता था।
रहाणे का विकेट गिरते ही कोलकाता का बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखरने लगा। युजवेंद्र चहल ने एक ही ओवर में रिंकू सिंह और रमनदीप को चलता कर दिया। वेंकटेश मैक्सवेल की फिरकी में उलझकर रह गए। अंत में केकेआर की आखिरी उम्मीद आंद्रे रसेल को मार्को यानसन ने क्लीन बोल्ड करते हुए पंजाब की ऐतिहासिक जीत पर मुहर लगा दी। पंजाब ने आईपीएल इतिहास का सबसे छोटा टारगेट सफलतापूर्वक डिफेंड किया है।