अब स्लीप मोड में जाने वाला है लैंडर-रोवर
इसरो चीफ ने बताया कि चंद्रमा पर रात होने वाली है। इसलिए चंद्रयान-3 मिशन स्लीप मोड में जाने वाला है। इस बीच उन्होंने खुशखबरी भी दी। कहा कि चंद्रयान-3 के रोवर और लैंडर अभी भी काम कर रहे हैं। दोनों की सेहत ठीक है। दोनों के सभी पेलोड्स सही तरीके से काम कर रहे हैं। दरअसल, चंद्रमा पर पृथ्वी के 14 दिन के बराबर एक दिन होता है। 23 अगस्त को लैंडर ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड किया था। 5 या 6 सितंबर को चंद्रमा पर सूर्य अस्त होगा। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि चंद्रयान 3 मिशन अपनी नियोजित अन्वेषण अवधि के समापन के करीब पहुंच रहा है। इसरो अब चंद्रमा की रात नजदीक आने पर विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के लिए स्लीप मोड ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। क्योंकि चंद्रमा पर रात होने पर तापमान -200 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे गिर जाता है। एस सोमनाथ ने कहा कि प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर अभी भी काम कर रहे हैं। हम अगले एक से दो दिनों में दोनों को स्लीप मोड में रखने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं।सभी पेलोड्स काम कर रहे
हाल ही में रोवर में लगे आईएलएसए पेलोड ने भूकंपीय घटना को महसूस किया था। साथ ही अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोप (एपीएक्सएस) ने चंद्रमा की सतह अन्य छोटे तत्वों के साथ-साथ सल्फर की सफलतापूर्वक पहचान की है। रोवर में लगे लेजर-प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (LIBS) उपकरण ने पहले ही सल्फर की उपस्थिति की पुष्टि कर दी है। [caption id="attachment_326807" align="alignnone" ]Aditya L1 Sun Mission[/caption]