Wearing Clothes Backwards: अक्सर जल्दबाज़ी में हम अपने कपड़े उल्टे पहन लेते हैं। तब हमें हंसी भी आती है और ग़ुस्सा भी। यह एक सामान्य गलती है, लेकिन दादी-नानी की मान्यताओं में इसका एक अलग ही महत्व होता है। वे इसे सिर्फ गलती नहीं, बल्कि किसी अच्छे संकेत से जोड़कर देखती हैं।
पुरानी मान्यताओं के अनुसार, अनजाने में उल्टे कपड़े पहन लेना आने वाली किसी खुशखबरी का संकेत माना जाता है। कहा जाता है कि अगर किसी महत्वपूर्ण काम पर जाते समय कपड़े उल्टे पहन लिए जाएं, तो उस काम में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है। इस मान्यता का आधार विश्वास है, अचानक होने वाली घटनाए ऊर्जा परिवर्तन का सूचक हो सकती हैं।
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होता है तनाव और उलझन का इशारा भी
कभी-कभी उल्टे कपड़े पहनना इस बात को भी दर्शाता है कि आपका ध्यान कहीं और है। दिमाग़ बोझिल है या बहुत सारे विचारों से घिरा हुआ है। ऐसे में यह घटना आपको रुककर अपनी स्थिति समझने और मन को शांत करने का संदेश भी देती है।
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बच्चे और बुरी नजर की मान्यता
घरों में यह भी माना जाता है कि अगर बच्चे को बुरी नज़र लग जाए, तो शनिवार के दिन उसे उल्टे कपड़े पहनाने से नज़र का प्रभाव कम होता है। यह पूरी तरह एक लोकविश्वास है, पर कई परिवार आज भी इसे अपनाते हैं।
देवदर्शन के समय माना जाता है शुभ
अगर कोई व्यक्ति गलती से उल्टे कपड़े पहनकर मंदिर चला जाए, तो इसे भी शुभ संकेत माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह ईश्वरीय कृपा का संकेत है और व्यक्ति की मनोकामनाएँ धीरे-धीरे पूरी होती हैं।
जानबूझकर उल्टे कपड़े पहनने की मनाही
मान्यता यह भी कहती है कि उल्टे कपड़े केवल गलती से ही शुभ माने जाते हैं, जानबूझकर पहनना अशुभ माना जाता है। विशेषकर रात में उल्टे कपड़े पहनकर सोना अशुभ माना जाता है और इससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने का विश्वास है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है और केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।