Tilak With Rice Benefits: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले तिलक लगाने की परंपरा है. तिलक लगाकर और भगवान की पूजा-अर्चना कर कार्य की शुरुआत होती है. माथे पर तिलक लगाने के बाद उसके ऊपर चावल लगाए जाते हैं. माथे पर तिलक को आशीर्वाद का प्रतिक माना जाता है. कुमकुम, चंदन, हल्दी और भस्म कई प्रकार की सामग्रियों से अलग-अलग तिलक किये जाते हैं. रोली से तिलक लगाने के बाद इसके ऊपर चावल लगाने पर ही इसे पूरा माना जाता है. चलिए जानते हैं कि, तिलक के ऊपर चावल लगाने का क्या महत्व है?
क्यों लगाते हैं माथे पर तिलक के ऊपर चावल?
माथे पर तिलक के ऊपर चावल लगाना धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है. यह जीवन में ग्रहों के प्रभाव को संतुलित करता है. मान्यताओं के अनुसार, तिलक के ऊपर चावल लगाने से गुरु ग्रह को मजबूत करने में मदद मिलती है. इससे मन-मस्तिष्क स्वस्थ रहता है. बता दें कि, तिलक हमेशा माथे के बीच में लगाया जाता है माथे के बीच के हिस्से को गुरु का स्थान माना जाता है. तिलक और चावल लगाने से यह शरीर की ऊर्जा को नियंत्रित करता है.
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माथे पर तिलक के साथ चावल लगाने के पीछे छिपी मान्यता
माथे पर चावल के दाने यानी अक्षत लगाने का खास महत्व होता है. माथे पर चावल के दानों को लगाने से संपन्नता प्राप्त होती है. अक्षत को संपन्नता का प्रतीक माना जाता है. इससे जीवन में धन-धान्य की कमी नहीं होती है. तिलक के साथ चावल लगाने से भाग्योदय होता है.
तिलक लगाने की विधि
तिलक लगाने के लिए सही विधि को अपनाना चाहिए. तिलक हमेशा स्नान करने के बाद ही लगाना चाहिए. सुबह स्नान कर लें इसके बाद चंदन, कुमकुम और रोली से इसमें पानी मिलाकर गाढ़ा तिलक तैयार करें. अनामिक उंगली से माथे के बीचों बीच तिलक लगाएं. तिलक लगाने के दौरान "ॐ श्री केशवाय नमः" मंत्र का जाप करें.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।