TrendingYear Ender 2025T20 World Cup 2026Bangladesh Violence

---विज्ञापन---

आज है भद्रा का साया, प्रीति योग में करें शनि देव की पूजा, सभी मनोकामनाएं होंगी पूर्ण

Shaniwar Ke Upay: वैदिक पंचांग के अनुसार, आज शनिवार का दिन है और आज का दिन की शुरुआत प्रीति योग से हुआ है। ऐसे में आज के दिन शनि देव की पूजा और व्रत का विशेष महत्व है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि आज कौन-कौन सा योग बन रहा है और शनि देव की पूजा किस प्रकार कर सकते हैं।

Shaniwar Ke Upay: वैदिक पंचांग के अनुसार, 1 जून 2024 यानी आज का दिन शनिवार है। पंचांग के अनुसार, जून माह का पहला दिन प्रीति योग से शुरू हो रहा है। साथ ही साथ आज भद्रा का साया भी रहने वाला है। पंचांग के अनुसार, भद्रा का समय शाम में रहेगा। वहीं प्रीति योग का शुभ समय आज सुबह से ही बन रहा है। मान्यता है कि प्रीति योग में कोई भी शुभ कार्य को किया जाता है। यह योग शुभ और अच्छा माना गया है। 1 जून 2024 दिन शनिवार यानी आज ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि, उत्तर भाद्रपद नक्षत्र, प्रीति योग, गर करण और पूर्व का दिशाशूल का शुभ संयोग हो रहा है। पंचांग के अनुसार, आज दशमी तिथि की भी शुरुआत हो जाएगी। दशमी तिथि की शुरुआत सुबह के 7 बजकर 24 मिनट के बाद हो रही है। पंचांग के अनुसार, आज यानी शनिवार को पूरे दिन पंचक रहने वाला है। पंचक की शुरुआत बुधवार से हुई थी, इसलिए यह पंचक दोष रहित माना गया है। आप इस पंचक में कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं। बता दें कि शनिवार के दिन शनि देव की पूजा और व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि शनिवार के दिन शनिदेव महाराज की पूजा कैसे करें, ताकि वह प्रसन्न हो जाएं।

कैसे करें शनिदेव की पूजा

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिवार के दिन सुबह उठकर स्नान-ध्यान करके शनि मंदिर में जाकर शनिदेव की पूजा करें। साथ ही शनि देव महाराज को नीले या काले रंग के वस्त्र, काला तिल, सरसों का तेल, शमी के फूल आदि अर्पित करें। साथ ही शमी के पत्ते और फल भी चढ़ाएं। आज यानी शनिवार के दिन शनि देव के पास सरसों के तेल का दीपक जलाएं। साथ ही शनि चालीसा का पाठ करें। साथ ही शनि देव को प्रसन्न करने के लिए व्रत और कथा पढ़ें। वहीं यदि आपकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव है तो आपको छाया दान कर सकते हैं। आपको छाया दान करने के लिए सबसे पहले एक कटोरे में सरसों का तेल लेना होगा। उसमें अपना चेहरा देखें। बाद में उस कटोरे सहीत तेल को किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर सकते हैं।  मान्यता है कि इस तरह छाया दान  करने से शनि के साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को कम किया जा सकता है। यह भी पढ़ें- वृषभ राशि के लिए कैसा रहेगा जून का महीना, जानें करियर, कारोबार और लव लाइफ यह भी पढ़ें- गंगा दशहरा पर सर्वार्थ सिद्धि और रवि समेत 3 योगों का महासंयोग, स्नान-दान से धुल जाएंगे सारे पाप डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।


Topics:

---विज्ञापन---