घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग के बारे में आदि शंकराचार्य ने कहा है कि कलियुग में इस ज्योतिर्लिंग के नाम-स्मरण से ही समस्त सांसारिक रोगों से मुक्ति मिल जाती है। यह ज्योतिर्लिंग पूर्वमुखी है, जहां भगवान सूर्य स्वयं उनकी आराधना करते हैं। मान्यता है कि आरोग्य और स्वास्थ्य के देवता सूर्य से पूजित होने के कारण सावन में घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग की पूजा से असाध्य से असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं।वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग
विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग
उत्तर प्रदेश के वाराणसी या काशी स्थित विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग को सभी बारहों ज्योतिर्लिंगों में श्रेष्ठ माना गया है। इसकी वजह है काशी नगरी, जो भगवान शिव की अपनी नगरी है और उनके त्रिशूल के ऊपर टिकी है। मान्यता है कि जिस रोग को डॉक्टर समझ नहीं पाते हैं, वैसे रोगी भी सावन में यहां आकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन और पूजा से स्वास्थ्य लाभ पाते हैं। ये भी पढ़ें: Raksha Bandhan 2024: रक्षा बंधन पर लगा ‘पंचक’ का ग्रहण, साथ में है भद्रा; बहनें जान लें दोष निवारण उपायसोमनाथ ज्योतिर्लिंग
रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग
भगवान राम द्वारा पूजित ज्योतिर्लिंग रामेश्वरम तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है। यह ज्योतिर्लिंग भारत के चार धामों में से भी एक है। पुराणों के अनुसार, यहां स्थित ज्योतिर्लिंग के दर्शन से समस्त रोगों से मुक्ति मिल जाती है। मान्यता है कि यहां स्थित अग्नि तीर्थम कुंड से निकलने वाले पानी को बेहद चमत्कारी माना गया है। मान्यता है कि इसमें डुबकी लगाने से सारे दुख और बीमारियां भी दूर हो जाती हैं। ये भी पढ़ें: श्रीकृष्ण-अर्जुन…दो शरीर एक प्राण, सुभद्रा के एक वचन से दोनों में हुआ महायुद्ध; कौन जीता-कौन हारा, पढ़ें पूरी कथा ये भी पढ़ें: ये गुफा है कई देवताओं का घर, गणेश जी के कटे सिर से लेकर स्वर्ग के रास्ते के लिए है प्रसिद्ध, जानें यहां की रहस्यमयी बातें
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।